रायगढ़ जिले के एक छोटे से गांव में एक साथ 51 लोगों के कोरोना संक्रमित होने की खबर आ रही है
Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH : रायगढ़ जिले एक ही गांव में मिले 51 कोरोना पॉजिटिव, हेल्थ डिपार्टमेंट ने जारी की सख्त गाइड-लाइन स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि गंभीर मरीजों को रेफर नहीं कर सकेंगे प्राइवेट अस्पताल, रेफर करने से उनका जोखिम बढ़ सकता है। रायगढ़ जिले के एक छोटे से गांव में एक साथ 51 लोगों के कोरोना संक्रमित होने की खबर आ रही है। बताया जा रहा है कि पूरे रायगढ़ जिले में आज कुल 62 पॉजिटिव मिले हैं, जिसमें से 51 लोग सारंगढ़ के पास स्थित गांव खैरा के हैं। इसमें 5 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। रायगढ़ के सीएमएचओ डॉ. एसएन केसरी ने इसकी पुष्टि की है। इसके साथ ही राज्य के स्वास्थ्य विभाग से एक बड़ी खबर है कि अब गंभीर मरीज को प्राइवेट अस्पताल से सरकारी अस्पताल में रेफर नहीं किया जा सकेगा। राज्य सरकार ने कोविड इलाज के लिए चिन्हांकित अस्पतालों को कड़ा दिशा-निर्देश भेजा है। दरअसल कई प्राइवेट अस्पतालों को लेकर ये खबरें आ रही थी कि पहले तो वो कोरोना मरीजों का अपने अस्पतालों में इलाज करते हैं, लेकिन जब मरीज गंभीर हो जाता है, तो उसे सरकारी अस्पतालों में रेफर कर दिया है। लिहाजा कई मरीजों की मौत तक हो रही है। स्वास्थ्य विभाग ने चार अलग-अलग बिंदुओं पर 6 दिशा-निर्देश जारी किये हैं। स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट कहा है कि मरीजों को गंभीर अवस्था में रेफर करने से उनका जोखिम बढ़ सकता है। ऐसे स्थिति में उन्हीं अस्पतालों में उनका इलाज किया जाना चाहिये, जहां पूर्व से उनका इलाज चल रहा है। प्राइवेट अस्पतालों को क्रिटिकल केयर के लिए डेडिकेटेड कोविड आईसीयू व वेंटिलेटर की व्यवस्था का निर्देश दिया गया है। राज्य सरकार ने निजी अस्पतालों से ये भी कहा है कि मरीज अगर अन्य बीमारी से भी ग्रसित है तो कोरोना के साथ-साथ उसकी अन्य बीमारियों का भी इलाज किया जाना चाहिये, ताकि कोरोना संक्रमित की अन्य बीमारी से मौत ना हो सके। स्वास्थ्य विभाग ने क्रिटिकल कंडीशन में रेफर किये जाने वाले मरीजों को लेकर भी अस्पतालों को सख्त गाइड दिये हैं। जिसके मुताबिक मरीज को शिफ्ट करते वक्त एंबुलेंस में डाक्टर भी मरीज के साथ जायेंगे और संबंधित अस्पताल के डाक्टर को हैंडओवर देकर ही लौटेंगे। नोडल अफसर की सहमति के बगैर कोविड अस्पताल में शिफ्ट नहीं किया जा सकेगा। वहीं मरीज को रेफर करते वक्त हास्पीटल रिपोर्टिंग सिस्टम को भी अपडेट करने की सख्त हिदायत दी गई है।