केंद्र की तरफ से जल्द बड़े ऐक्शन की तैयारी, गृहमंत्री अमित शाह ने सिंडिकेट्स पर कार्रवाई का आदेश दिया – एनसीबी की रडार पर अब,142 ड्रग सिंडेकेट और 1.40 लाख करोड़ का हेरोइन कारोबार और 20 लाख नशेड़ी
Report manpreet singh
RAIPUR chhattisgarh VISHESH : ये सभी नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की रडार पर आ चुके हैं, एनसीबी की ओर से एक विश्लेषण में यह आंकड़े ऐसे समय पर दिए गए हैं, जब सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद बॉलीवुड के कई कलाकार ड्रग्स केस में घिरे तो उधर कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री में भी इसकी पड़ताल चल रही है।
एनसीबी की ओर से किए गए एनालिसिस के मुताबिक, सिंडिकेट्स अरबों के इस अवैध कारोबार में अहम भूमिका निभाते हैं और इनके लिंक पश्चमी यूरोप, कनाडा, अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, साउथ अमेरिकी देशों, पश्चिमी एशिया से हैं। एनसीबी का अनुमान है कि 360 मीट्रिक टन रिटेल क्वॉलिटी हेरोइन और 36 मीट्रिक टन होलसेल क्वालिटी हेरोइन, जोकि अधिक शुद्ध होता है, को देश के अलग-अलग शहरों में बेचा जाता है। हर दिन करीब 20 लाख लोग 1,000 किलो हाई क्वालिटी हेरोइन का नशा करते हैं।
पंजाब ड्रग तस्करी का केंद्र बना हुआ है। पिछले साल राज्य से 15,449 लोगों को गिरफ्तार किया गया, जबकि देश के 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कुल 74,620 लोग नारकोटिक्स ड्रग्स और साइकोट्रोपिक सब्सटेंसेज ऐक्ट के तहत पकड़े गए।
इसी तरह 2020 में कुल 18,600 लोगों में से 5,299 लोगों को गिरफ्तार किया गया। केंद्रीय जांच एजेंसी ने हाल ही में इन तथ्यों को गृहमंत्री अमित शाह के साथ साझा किया है।
बताया जा रहा है कि गृहमंत्री ने सिंडिकेट्स पर कार्रवाई का आदेश दिया है।
बड़े ड्रग सिंडिकेट को नेस्तानाबूद करने के लिए एनसीबी चीफ राकेश अस्थाना के नेतृत्व में कार्रवाई की जा रही है, जिन्होंने सीबीआई में कार्यकाल के दौरान वीवीआईपी चॉपर केस, चारा घोटाला, विजय माल्या बैंक घोटाला जैसे हाई प्रोफाइल केसों की जांच की।
अस्थाना इस मामले में प्रतिक्रिया के लिए उपलब्ध नहीं हो पाए।
रडार पर आए देश के बड़े 142 सिंडिकेट की जानकारी देते हुए एक अधिकारी ने नाम गोपनीय रखने की शर्त पर बताया कि इनमें से 25 पंजाब, हिमचाल प्रदेश और हरियाणा के कुछ हिस्सों से अपना काम कर रहे हैं। केवल राजस्थान में 9 हैं, जबकि महाराष्ट्र और गोवा में संयुक्त रूप से इतने सिंडिकेट हैं।
कुछ बड़े सिंडिकेट के लिंक अफगानिस्तान के तालिबान और पाकिस्तान की खुफिया व आतंकियों की मददगार एजेंसी आईएसआई से हैं।
ये इनके जरिए ही हेरोइन की खरीद करते हैं, जबकि कुछ अन्य कोलंबिया के ड्रग तस्करों के साथ कारोबार कर रहे हैं, जो यूरोप, कनाडा और मेक्सिको में मौजूद सहयोगियों के जरिए कोकीन सप्लाई कर रहे हैं।
परंपरागत रूप से भारत में हेरोइन की सबसे अधिक तस्करी भारत-पाकिस्तान सीमा, पंजाब और जम्मू कश्मीर से होती है, जहां से इन्हें देश के दूसरे राज्यों में भेजा जाता है।
एनसीबी के मुताबिक, केरल, तमिलनाडु और लक्षद्वीप में करीब 10 बड़े ड्रग सिंडिकेट हैं। कतर में मौजूद एक सिंडिकेट मुख्य रूप से कासरगोड, कन्नूर (केरल), कोडगू, मंगलुरु (कर्नाटक), हैदराबाद, बेंगलुरु, मुंबई, गोवा, चेन्नई, दिल्ली और छत्तीसगढ़ में मौजूद तस्करों को कोकीन, हेरोइन सप्लाई कर रहा है। एनसीबी ने कतर नेटवर्क से जुड़े कम से कम 14 केस दर्ज किए हैं।