
Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH छत्तीसगढ़ के सियासी घटनाक्रम पर पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने तंज कसते हुए कहा, “टीएस सिंहदेव जी के इस्तीफे से यह बात साफ हो गई है कि मुख्यमंत्री और मंत्रियों के बीच भारी मतभेद हैं। भूपेश सरकार में मंत्रियों के पास कोई अधिकार नहीं है, अभी तो एक ने इस्तीफा दिया है, सब मंत्रियों-विधायकों के मन में भी भारी आक्रोश है, देखना बड़ा विस्फोट होगा.”

इस पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रविवार को कहा कि उन्हें अभी तक मंत्री टी एस सिंहदेव का पंचायत विभाग से इस्तीफा नहीं मिला है और उन्हें इस्तीफा देने के उनके फैसले की जानकारी मीडिया से मिली है. गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में सत्तारूढ़ कांग्रेस में बघेल और सिंहदेव के बीच खींचतान चल रही है तथा सिंहदेव ने शनिवार को पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग से इस्तीफा दे दिया था. अपने चार पन्ने के इस्तीफे में सिंहदेव ने उन्हें सरकार में दरकिनार किए जाने पर नाराजगी जताई थी. हालांकि,
वह स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा और जीएसटी विभागों के मंत्री बने रहेंगे. इस घटनाक्रम के बारे में पूछे जाने पर बघेल ने पत्रकारों से कहा कि उन्हें मंत्री के कदम के बारे में मीडिया के जरिए पता चला और इस्तीफा मिलने के बाद ही वह इस पर विचार करेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा, “मैंने उनसे (सिंहदेव) बात नहीं की है. मैंने उन्हें बीती रात फोन करने की कोशिश की थी लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया.”
उन्होंने यह भी कहा कि जो भी बात है, आपस में बैठकर तय कर लेंगे. उन्होंने आगे कहा, “मुझे पत्र नहीं मिला है. मुझे भी मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली है. मेरे पास जब पत्र आएगा तब मैं बताऊंगा.”
छत्तीसगढ़ में रविवार शाम कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई है. बैठक में मंत्री टीएस सिंहदेव के पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग से इस्तीफा देने के बाद उपजे राजनीतिक हालात पर भी चर्चा हो सकती है. आज शाम सात बजे मुख्यमंत्री निवास पर कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई है. बैठक में 18 जुलाई को राष्ट्रपति पद के लिए होने वाले मतदान और 20 जुलाई से शुरू होने वाले मानसून सत्र को लेकर चर्चा होगी. छत्तीसगढ़ के 90 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के 71, भारतीय जनता पार्टी के 14, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के तीन और बसपा के दो विधायक हैं.
















