छत्तीसगढ़ शासन, पर्यटन विभाग के सचिव श्री अन्बलगन पी. की अध्यक्षता में प्रदेश के होटल एसोसिएशन के सदस्य,छत्तीसगढ़ ट्रैवल एंड ट्रेड एसोसिएशन के सदस्य, होम स्टे ओनर,और पर्यटन व्यवसाय से जुड़े प्रतिनिधियों की बैठक आयोजित
Raipur chhattisgarh VISHESH दिनांक 24/09/2024 को छत्तीसगढ़ शासन, पर्यटन विभाग के सचिव श्री अन्बलगन पी. की अध्यक्षता में छत्तीसगढ़ राज्य के होटल एसोसिएशन के सदस्य,छत्तीसगढ़ ट्रैवल एंड ट्रेड एसोसिएशन के सदस्य, होम स्टे ओनर,और पर्यटन व्यवसाय से जुड़े प्रतिनिधियों की बैठक आयोजित की गई। जिसमें छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड के प्रबंध संचालक,श्री विवेक आचार्य,उपमहाप्रबंधक,श्री संदीप ठाकुर, अवर सचिव पर्यटन,श्रीमती रुचि शर्मा जायसवाल, छत्तीसगढ़ पर्यटन बोर्ड के समस्त शाखा प्रमुख शामिल रहे।
सचिव छत्तीसगढ़ शासन पर्यटन एवं संस्कृति विभाग ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा:
“मुझे खुशी है कि आपने टूरिज्म प्रमोशन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाई है। एथनिक और इको टूरिज्म से जुड़े लोगों का एक ही मंच पर आना पर्यटन के विकास के लिए शुभ संकेत है।”
उन्होंने कहा कि 2020 की पर्यटन नीति को रिवाइज और रिव्यू किया जाएगा, ताकि इसे नया रूप दिया जा सके। होम स्टे गाइडलाइंस को एक फ्रेमवर्क के अंतर्गत लाने का प्रयास किया जा रहा है।
सचिव महोदय ने कहा, “यह इंडस्ट्री बहुत संवेदनशील है, जहां नकारात्मक प्रचार और सोशल मीडिया का बहुत बड़ा प्रभाव पड़ता है। हमारा उद्देश्य टूरिज्म इंडस्ट्री से जुड़े हर व्यक्ति को सही जानकारी देना और उन्हें सकारात्मक भाव से जोड़ना होना चाहिए।”
उन्होंने आगे कहा कि सरकार का फोकस टूरिज्म प्रमोशन के लिए 2047 के विजन प्लान पर है, जिसमें छत्तीसगढ़ पर्यटन बोर्ड ने भी अपने सुझाव दिए हैं। उन्होंने कहा,”मास टूरिज्म की बजाय हमें वैल्यू टूरिज्म की ओर ध्यान देना चाहिए ताकि पर्यटन को एक स्तरीय प्लेटफार्म मिल सके।”
हेरिटेज और मेडिकल टूरिज्म पर जोर:
सचिव महोदय ने हेरिटेज टूरिज्म, मेडिकल टूरिज्म और स्थानीय अर्थव्यवस्था में हर प्रकार के टूरिस्ट की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि पर्यटन से जुड़े सभी स्टेकहोल्डर्स 100 प्रतिशत पर्यटन को बढ़ाने में सहायक नहीं बन सकते, लेकिन वे एक महत्वपूर्ण भूमिका अवश्य निभा सकते हैं। उन्होंने 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस पर विशेष आयोजन के लिए उन्होंने सभी को आमंत्रित किया।
टूरिज्म बोर्ड के प्रबंध संचालक श्री विवेक आचार्य ने कहा कि छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड का मुख्य उद्देश्य पर्यटकों और स्टेकहोल्डर को पर्यटन सुविधाएं प्रदान करना है। भारत सरकार के डेटा कलेक्शन एप के निर्धारित प्रारूप के आधार पर अब पर्यटन से जुड़ा डेटा कलेक्ट किया जाएगा, जो पर्यटकों का आकड़ा एकत्र करने में कारगर साबित होगा।
डिजिटल और सूचना नेटवर्क:
बैठक में सूचना नेटवर्क को मजबूत बनाने और इंटरनेशनल टूरिस्ट इवेंट्स में स्टेकहोल्डर्स की भागीदारी को सुनिश्चित करने के लिए योजना बनाने पर भी चर्चा की गई।श्री आचार्य ने बताया कि एक इंटरेक्टिव पोर्टल की आवश्यकता है, जिसमें सभी स्टेकहोल्डर्स की जानकारी शामिल हो। नए मोबाइल एप्लिकेशन की प्रक्रिया भी शुरू की गई है।
फिल्म पॉलिसी और लोकल टूरिज्म:
प्रबंध संचालक ने कहा कि फिल्म पॉलिसी को बढ़ावा देने और पॉलिसी से संबंधित सभी जानकारी देने के लिए एक बुकलेट तैयार की जा रही है जिसे सभी स्टेकहोल्डर्स को वितरित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति और लोकल इकोनॉमी को प्रमोट करने के लिए स्थानीय पर्यटन का भी महत्वपूर्ण योगदान है।
स्टेकहोल्डर के सुझाव:
1.जसप्रीत सिंह भाटिया: छत्तीसगढ़ ट्रैवल ट्रेड एसोसिएशन के सदस्य जसप्रीत भाटिया ने कहा कि सभी प्रकार के टैक्स को आसान और सुविधाजनक बनाया जाना चाहिए और मास टूरिज्म की बजाय रेलीवेंट टूरिज्म को बढ़ावा दिया जाना चाहिए।
2.तरनजीत सिंह होरा,रायपुर : (छत्तीसगढ़ होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष) ने कहा कि टूरिज्म को इंडस्ट्री का रूप दिया जाए। सिंगल विंडो से सारा समाधान हो। कैफेटेरिया और रेस्टोरेंट के लिए भी टैक्स पॉलिसी आसान होना चाहिए। रायपुर में नाइट लाइफ को भी शुरू करना चाहिए। नेशनल मीडिया को भी प्रमोशनल इक्टिविटी में शामिल किया जाना चाहिए। राज्य के बाहर आयोजित होने वाले टूरिज्म इवेंट्स में स्टेक होल्डर्स का पार्टिसिपेशन होना चाहिए। स्टार कैटिगरी होटल के लिए पर्यटन विभाग का सपोर्ट हो और कुछ नियमों में शिथिलता भी प्रदान की जाए।
- मानसिंग बघेल बस्तर: प्रमोशन के माध्यम से बस्तर की सकारात्मक छवि पर्यटकों के बीच जाए, भ्रांतियों को दूर किया जाए, और पर्यटन स्थलों पर बेहतर सुविधाएं दी जाएं।
- रजनीश बस्तर: कांगेरवैली नेशनल पार्क में होम स्टे संचालकों के लिए विशेष ट्रेनिंग और सुविधाएं प्रदान की जाएं।
- जीत आर्या बस्तर: छत्तीसगढ़ के सांस्कृतिक और धार्मिक पर्यटन को ब्रांडिंग में शामिल किया जाए और सोलो ट्रैवलर तथा महिला ट्रैवलर को ध्यान में रखकर पॉलिसी तैयार कर सुविधांए प्रदान की जाए।
- सनी उपाध्याय,भोरमदेव : होम स्टे मालिकों की जानकारी वेबसाइट और ब्रोशर में शामिल की जाए और उन्हें प्रमोशन का हिस्सा बनाया जाए।