उद्योगों की स्थापना की प्रक्रिया आसान होने से निवेश में रुचि बढ़ेगी और युवाओं को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे, घर – घर उधोग का होगा सपना साकार.- अजय भसीन
उद्योगों की स्थापना की प्रक्रिया आसान होने से निवेश में रुचि बढ़ेगी और युवाओं को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे, घर – घर उधोग का होगा सपना साकार.- अजय भसीन
Raipur chhattisgarh VISHESH छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रदेश महामंत्री अजय भसीन, स्वावलंबी भारत अभियान के प्रांत सह समन्वयक संजय चौबे, भिलाई उधोग चेंबर के अध्यक्ष जे पी गुप्ता, उधोग चेंबर के उपाध्यक्ष एवम लघु उद्योग भारती के पूर्व इकाई अध्यक्ष के एस बेदी ने बताया की दुर्ग जिले के जिलाधीश सभागार में उधोग विभाग के अधिकारियों द्वारा छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा जारी सिंगल विंडो प्रणाली को लेकर प्रजेंटेशन दिया गया इस अवसर पर सभी संगठनों के प्रतिनिधि शामिल रहे!
छत्तीसगढ़ में उद्योगों की स्थापना को सरल बनाने के लिए वाणिज्य एवं उद्योग विभाग ने पुराने पोर्टल को अपग्रेड कर सिंगल विंडो सिस्टम 2.0 तैयार कर
आपरेटिव सोसायटी, लैंड रिकॉर्ड, इलेक्ट्रानिक एवं सूचना विभाग, छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल, छत्तीसगढ़ राज्य औद्योगिक विकास निगम, छत्तीसगढ़ शासन जल संसाधन विभाग, श्रम विभाग, छत्तीसगढ़ स्टेट पावर डिस्ट्रीब्यूटेशन, नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग, नियंत्रक विधिक माप विज्ञान, वाणिज्यिक कर, नगर तथा ग्राम निवेश, रजिस्ट्रार फर्म एवं संस्थाएं जैसी सुविधाओं को एक ही प्लेटफार्म में लाया गया है।
अजय भसीन एवम संजय चौबे ने बताया कि सिंगल विंडो सिस्टम संस्करण 2.0 के माध्यम उद्योगों की स्थापना में सहयोग व युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे, एवम युवाओं को उद्योग लगाने में सरलता होगी सही मायने में ये ईजी ऑफ ड्यूंग बिजनेस कहलाएगा।
आगे भसीन एवम चौबे ने बताया की पोर्टल के माध्यम से 16 से अधिक विभागों की 100 से अधिक सुविधा मिलेगी। पोर्टल पर एक बार आवेदन से ही सभी विभागों को क्लीयरेंस मिलेगा। ऑफलाईन मोड में किसी भी कार्यालय जाने की आवश्यकता नहीं होगी। उद्योग स्थापना के लिए किन विभागों से क्लीयरेंस लेना होगा यह जानकारी पोर्टल पर उपलब्ध होगी। ई-चालान के माध्यम से पेमेंट की सुविधा होगी। सिंगल क्लिक पर आवेदन की स्थिति देखी जा सकेगी।
इस अवसर पर एडीएम,, महाप्रबंधक उद्योग एवं व्यापार केन्द्र श संबंधित विभाग के अधिकारी एवं विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी सहित दुर्ग भिलाई के उद्योगपति उपस्थित थे।