प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में आज देश विश्व की पांचवी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित हो चुका : भाजपा रायपुर ग्रामीण विधायक मोतीलाल साहू
🎁 मोदी जी को देश का तीसरा प्रधानमंत्री बनने से कोई रोक नहीं सकता : भाजपा रायपुर ग्रामीण विधायक मोतीलाल साहू
Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH : जैन स्थानक भवन धमतरी में साहू समाज की बैठक में अतिथि के रूप में पधारे भाजपा रायपुर ग्रामीण विधायक मोतीलाल साहू ने कहा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज देश विश्व की पांचवी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित हो चुका है।
मोदी जी का संकल्प है कि 2029 में भारत को विश्व में तीसरी और 2047 तक एक विकसित राष्ट्र के रूप में स्थापित करना है। आज मोदी जी पर देश ही नहीं साहू समाज को भी गर्व है कि एक गरीब का बेटा प्रधानमंत्री बनकर पूरे विश्व में देश के मान सम्मान को बढ़ाया है। प्रधानमंत्री मोदी का नारा है सबका साथ-सबका विकास और सबका विश्वास है।
इसी मूल मंत्र पर प्रधानमंत्री मोदी जी देश के विकास में दिनरात लगे हुए हैं। कहा, भारत उनके मोदी के नेतृत्व में विश्व गुरू बनने की राह पर आगे बढ़ चुका है। भारत के विकास और मोदी जी लोकप्रियता को बढ़ता देखकर कांग्रेस और इंडी गठबंधन के दलों के नेता मानसिक संतुलन खो चुके है। मोदी जी को देश का तीसरा प्रधानमंत्री बनने से कोई रोक नहीं सकता।
भाजपा रायपुर ग्रामीण विधायक मोतीलाल साहू ने कहा कि मोदी के गारंटी की लहर को भांपकर अब कांग्रेस नेता निकृष्ट मानसिकता को परिचय दे रहे हैं। मोदी जी पर लगातार कांग्रेस का बड़े नेता अपमानजनक शब्दों का प्रयोग कर रहें हैं। कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत पीएम मोदी के सिर फोड़ने और उनको डिफाल्टर कहते हैं।
जबिक खुद महंत और उनकी पूरी कांग्रेस सरकार सबसे बड़ी डिफाल्टर हैं। जबकि कांग्रेस ने 2018 के विधानसभा चुनाव के जनघोषणा पत्र के वादों को पूरे नहीं किए। इन्होंने मां गंगा की सौगंध खाकर शराबंदी नहीं की, उल्टा कांग्रेसियों ने शराब घोटाला कर डाला।
कांग्रेस की अत्याचारी सरकार में गरीबों को नहीं मिलता था न्याय – ईश्वर साहू
विधायक ईश्वर साहू ने धमतरी में आयोजित साहू समाज की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि एक साल पहले एक धर्म विशेष के लोगों ने मिलकर जब उनके बेटे भुवनेश्वर की हत्या की पूरा साहू समाज भुवनेश्वर साहू के न्याय के लिए उठ खड़ा हुआ लेकिन कांग्रेस की तत्कालीन सरकार ने मेरे बेटे के जीवन की कीमत केवल 10 लाख रुपए आंकी। मैंने यह प्रस्ताव ठुकरा दिया। वहां के विधायक एवं मंत्री रविंद्र चौबे का निवास पड़ोस के गांव में आते हैं लेकिन वे बिरनपुर, एक बार लोगों से मिलने नहीं आ सके। एक विशेष वर्ग के लोगों को उनका संरक्षण प्राप्त था। मैं विधानसभा चुनाव तो क्या, ग्राम पंचायत का भी चुनाव लड़ने की कल्पना नहीं कर सकता था लेकिन सांप्रदायिक हिंसा में हुई बेटे की मौत के बाद साहू को न्याय नहीं मिला, तो क्षेत्र की जनता मेरा साथ दिया। ताम्रध्वज साहू समाज के वरिष्ठ नेता होने के बावजूद मेरे परिवार से मिलने नहीं आए, समाज ऐसे नेता को कभी माफ नहीं कर सकता। ताम्रध्वज साहू को दुर्ग की जनता ने नकार दिया है। दुर्ग की जनता के नकारने के बाद ताम्रध्वज साहू महासमुंद आए हैं। लेकिन यहां की जनता भी उन्हें नकार देगी। पिछली भूपेश सरकार ने जानबूझकर वोट की राजनीति के चलते मेरे बेटे की हत्या के बाद भी उदासीन बने रहे। क्योंकि उनको मुसलिम वोटों की चिंता अधिक थी। भाजपा में मुझे टिकट देकर एक मजदूर के संघर्ष में न केवल सहभागी बनी बल्कि चुनाव जीतकर आने के बाद अब इस मामले की सीबीआई जांच करा रही है।