छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह सम्भवतः 13 दिसंबर के लगभग : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, असम मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सहित कई बड़े नेता शामिल हो सकते है कार्यक्रम मे….
बीजेपी केंद्रीय निगरानी टीम के सदस्य 10 दिसम्बर को छत्तीसगढ़ पहुंचेंगे वहीं 11 दिसंबर को विधायक दल की बैठक में सीएम के नाम की घोषणा की जाएगी
Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH जहा प्रदेश मे सब कोई नये मुख्यमंत्री का इंतजार कर रहा है. वहीं आप सब को बताना चाहेगे की छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह सम्भवतः 13 दिसंबर के लगभग हो सकता है वहीं बड़ी खबर आ रही है कि शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, असम मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सहित कई नेता शामिल हो सकते हैं। आपको बता दें कि विधायक दल का नेता चुनने के लिए बीजेपी केंद्रीय निगरानी टीम के सदस्य 10 दिसम्बर को छत्तीसगढ़ पहुंचेंगे और सम्भवतः 11 दिसंबर को विधायक दल की बैठक में सीएम के नाम की घोषणा की जाएगी।
इसके बाद 13 दिसंबर को नवनियुक्त प्रधानमंत्री पद की शपथले ले सकते है। केंद्र सरकार में आदिवासी मंत्रालय के प्रमुख केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा को भारतीय जनता पार्टी ने छत्तीसगढ़ का पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल भी पर्यवेक्षक समूह का हिस्सा हैं। सोनोवाल असम के पूर्व मुख्यमंत्री भी थे। इस संबंध में उन्हें भी ऐसी जिम्मेदारी सौंपी गई थी. पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत कुमार को भी पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी सौंपी है, जिनके पास संगठन में कई वर्षों का अनुभव है। वह हरियाणा से राज्यसभा सांसद भी थे। वह भाजपा संगठन में विभिन्न पदों पर हैं।
इसी बीच छत्तीसगढ़ में भाजपा की सीएम चेहरे पर पत्थलगांव पार्टी विधायक गोमती साय का बड़ा बयान सामने आ रहा है आए जाने विस्तृत से :
छत्तीसगढ़ में भाजपा की सीएम चेहरे पर पत्थलगांव से पार्टी विधायक गोमती साय ने कहा, “मैं भाजपा की एक छोटी सिपाही के तौर पर हूं, हम पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के आदेशों का पालन करेंगे। हमें पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व और उनके फैसले पर पूरा भरोसा है, वे जो भी निर्णय लेंगे वे सबके पक्ष में होगा।”
वहीं यह भी आका जा रहा है कि प्रदेश में भाजपा को बहुमत मिलने के बाद नई सरकार के गठन की कवायद शुरू, अगले 10 दिनों के भीतर ही नए मुख्यमंत्री एवं मंत्रियों की नियुक्ति हो जाने की पूरी संभावना है । नई सरकार के शपथ ग्रहण के बाद पहली कैबिनेट बैठक में प्रशासनिक स्तर पर बड़ा फेरबदल किए जा सकते हैं आईएएस, आईपीएस एवं आईएफएस अफसरों के प्रभार में बड़ा फेरबदल तय है। यह संभावना जताई जा रही है कि डीजीपी और पीसीसीएफ को भी बदला जा सकता है।
वर्तमान पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा को एक वर्ष की सेवावृद्धि दी गई है, लेकिन नई सरकार उससे पहले ही उन्हे वर्तमान जिम्मेदारी से मुक्त कर सकती है । भाजपा ने विधानसभा चुनाव के दौरान उनके खिलाफ मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से शिकायत कर हटाने की मांग की थी। उन पर चुनाव को प्रभावित करने का आरोप लगाया गया था । श्री जुनेजा 89 बैच के आईपीएस अफसर हैं।
जुनेजा को हटाने की स्थिति में सरकार वरिष्ठता क्रम के आईपीएस अफसरों अरुण देव गौतम, हिमांशु गुप्ता के साथ-साथ अन्य नामों पर विचार कर सकती है। डीजीपी स्तर पर फेरबदल होने का साथ-साथ निचले स्तर पर भी फेरबदल तय है। संविदा नियुक्ति के बाद ईओडब्ल्यू एवं एसीबी की जिम्मेदारी संभाल रहे डीएम अवस्थी एवं अन्य अफसरों के प्रभार भी बदले जाएंगे । पुलिस में एडीजी एसआरपी कल्लूरी प्रभावशाली पद में रहेंगे। आईपीएस अमित कुमार और प्रदीप गुप्ता को भी बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। आईपीएस अधिकारी लाल सिंह उमेंद, अजातशत्रु और शशि मोहन राजधानी में लौट सकते हैं।
आईएफएस अफसरों के प्रभार में भी बड़ा फेरबदल तय है । चुनाव के कुछ माह पहले ही आईएफएस वी.श्रीनिवास राव को पहले पीसीसीएफ और बाद में वन बल प्रमुख की जिम्मेदारी सौंपी गई थी । इस नियुक्ति के बाद आईएफएस अफसरों की नाराजगी भी सामने आई थी । दरअसल वरिष्ठता क्रम में छठवें नंबर के आईएफएस श्री राव को आधा दर्जन वरिष्ठ आईएफएस अफसरों को सुपरसीड कर वन बल प्रमुख बनाए जाने से बाकी अफसर काफी नाराज हैं। वरिष्ठता क्रम में पहले नंबर के आईएफएस सुधीर अग्रवाल एवं पीसीसीएफ स्तर के कई अफसरों ने कैट में भी इस बात को लेकर चुनौती भी दी है ।
आईएएस अफसरों के प्रभार में भी बड़ा फेरबदल तय है। आईएएस राजेश टोप्पो, दयानंद, आर संगीता, आर प्रसन्ना, अनवीश शरण, आर वेंकट, अभिजीत सिंह, इंद्रजीत चंद्रवाल को भी महत्व दिया जाएगा। केन्द्र में पदस्थ कई वरिष्ठ आईएएस की हो सकती है प्रदेश में वापसी- छत्तीसगढ़ के कई वरिष्ठ आईएएस केन्द्र में कई महत्वपूर्ण पदों पर प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ हैं । प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ कई अफसर भाजपा सरकार के समय छत्तीसगढ़ में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभाल रहे थे । इन अफसरों की फिर राज्य में वापसी हो सकती है ।
93 बैच के अमित अग्रवाल मुख्य सचिव स्तर के आईएएस हैं। वे वर्तमान में यूआईडीएआई में सीईओ की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। आईएएस सुबोध सिंह भी पूर्व की रमन सरकार में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। वर्तमान में वे शिक्षा मंत्रालय में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी में डीजी के पर पदस्थ हैं। उनकी भी वापसी की संभावना जताई जा रही है। उनके अलावा पीएमओ में पदस्थ डॉ.रोहित यादव, नाडा की सीईओ ऋतु सेन एवं ग्रामीण विकास मंत्रालय में पदस्थ अमित कटारिया भी प्रतिनियुक्ति से वापस छत्तीसगढ़ आ सकते हैं।