सन 1983 में कवर्धा नगर पालिका से पार्षद बने, जनता के लाडले पूर्व सीएम डॉक्टर रमन सिंह फिर सुर्खियों में : तीन बार सीएम की कुर्सी संभालने का अनुभव और राज्य के बारे में उनकी समझ हो सकती है बड़ी वज़ह उनके मुख्यमंत्री बनने की

Report manpreet singh

Raipur chhattisgarh VISHESH रायपुर। विधानसभा चुनाव के बाद जहां लोकसभा चुनाव पर सबकी नजरें हैं उसी बीच पूर्व सीएम डॉक्टर रमन सिंह फिर सुर्खियों में हैं। तीन बार सीएम की कुर्सी संभालने का अनुभव और राज्य के बारे में उनकी समझ इसकी बड़ी वजह हैं। पूर्व सीएम रमन सिंह ने वह दौर भी देखा जब लगातार उनकी पूछ कम हो रही थी। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की जीत ने सबको चौंका दिया। सब रुझान और एग्जिट पोल्स गलत साबित हो गए।

डॉक्टर रमन सिंह एक बार फिर सीएम पद के दावेदार हैं l रमन सिंह शुरुआत में गरीब लोगों का फ्री में इलाज किया करते थे। तब वह भारत माता चिकित्सालय से जुड़े हुए थे। रमन जब पढ़ाई कर रहे थे, तब से ही जनसंघ के विचार उनको भाते थे। इससे जुड़कर वह यूथ विंग के सदस्य बने। आपातकाल के खिलाफ प्रदर्शनों में भी उन्होंने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, जिसके चलते कई बार उनकी गिरफ्तारी भी हुई थी।

फिर आगे चलकर 1983 में वह कवर्धा नगर पालिका से पार्षद बने इसके बाद उन्होंने 1990 में कवर्धा से विधानसभा चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। फिर 1993 में दोबारा चुनाव हुए और वह फिर जीत गए। तबतक छत्तीसगढ़ अलग राज्य नहीं था और मध्य प्रदेश का हिस्सा हुआ करता था। इसके बाद 1999 में रमन सिंह राजनंदगांव से सांसद बने, फिर 2000 में छत्तीसगढ़ को मध्य प्रदेश से अलग राज्य बना दिया गया।

अब तक रमन सिंह बीजेपी का बड़ा चेहरा हो चुके थे। इसी दौरान अटल बिहारी वाजपेयी ने उनको अपनी सरकार में केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री बनाया था। बाद में साल 2003 में रमन सिंह को बीजेपी ने छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष बनाया। उनकी अगुआई में पार्टी ने विधानसभा चुनाव में जीत भी दर्ज की। वह दिसंबर 2003 में कांग्रेस के अजित जोगी को हराकर प्रदेश के दूसरे सीएम बने।

छत्तीसगढ़ में चुनाव जीतकर सीएम बनने वाले रमन सिंह पहले थे क्योंकि जोगी को केंद्र सरकार ने अपाइंट किया था।   अपने कार्यकाल में रमन सिंह ने राशन वितरण, हेल्थकेयर के लिए काफी काम किया था। औद्योगीकरण पर भी उन्होंने जोर किया था। इसी वजह से साल 2008 और फिर 2013 में वह दोबारा सीएम बने थे।

वह सबसे लंबे वक्त तक छत्तीसगढ़ का सीएम रहने वाले शख्स भी हैं।   प्रशासनिक अनुभव व राजनीतिक दक्षता में महारत कई जटिल समस्याओं से ग्रसित छत्तीसगढ़ राज्य के हालात और परिस्थितियों के अनुरूप भाजपा आलाकमान को प्रशासनिक अनुभवी व राजनीतिक दक्षता वाले  नेतृत्व की जरूरत है। आलाकमान उन्हीं के नाम पर विचार-मंथन कर रहा है। ये तमाम गुण पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह में परिलक्षित होते हैं।

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