कांग्रेस को लोकतंत्र के बारे में बोलने का कोई अधिकार नहीं शाह, टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन को सदन से बाहर चले जाएं सख़्त चेतावनी दी सभापति धनखड़ ने

Report manpreet singh

Raipur chhattisgarh VISHESH केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली सेवा बिल पर संसद में कहा कि दिल्ली कई मायनों में अन्य राज्यों से अलग है. वहीं, इस दौरान कांग्रेस नेताओं पर सदन में उनके बोलने के दौरान टोके जाने पर कहा कि इमरजेंसी लाने वाली कांग्रेस को लोकतंत्र के बारे में बोलने का अधिकार नहीं है.

शाह ने कहा तब संसद भी नहीं बनी थी मान्यवर. संविधान सभा ने पहली बार संशोधन पारित किया था. तबसे संविधान बदलने की प्रक्रिया चली है. मैं आपको बताता हूं कि हम संविधान में बदलाव इमरजेंसी लाने के लिए नहीं लाए l

इस पर मल्लिकार्जुन खड़गे की तरफ से कुछ कहे जाने पर शाह ने कहा अरे खड़गे जी, सुनिए मैंने धैर्यपूर्वक सुना है. कांग्रेस को लोकतंत्र के बारे में बोलने का कोई अधिकार नहीं है. आप क्या बात करते हो लोकतंत्र की. दिल्ली सेवा बिल पर उन्होंने कहा दिल्ली सीमित अधिकारों के साथ एक केंद्रशासित प्रदेश है.

सभापति जगदीप धनखड़ ने सोमवार को राज्य सभा में टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन को सख़्त चेतावनी देते हुए सदन से बाहर चले जाने का निर्देश दिया. सभापति धनखड़ ने टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन को कहा इस तरह का अमर्यादित व्यवहार करना आपकी आदत बन चुका है और आप एक रणनीति की तरह ये सब करते हैं.

इससे पहले टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन को दिल्ली सेवा विधेयक पर अपनी बात रखने का मौका दिया गया था. ऐसे में उन्होंने अपनी बात शुरू करते ही पीएम मोदी और बीजेपी को आड़े हाथों लेना शुरू किया. डेरेक ओ ब्रायन ने पीएम मोदी पर संघीय व्यवस्था के ढांचे पर प्रहार करने का आरोप लगाया

उन्होंने कहा कि ‘आप तीस महीनों में 160 डेलिगेशन भेज रहे हैं. आप बीजेपी की सरकारों वाले राज्यों में क्या करते हैं. अगर चेन्नई में तीन कुत्ते भौंकते हैं तो आप डेलिगेशन भेज देते हैं. अगर बंगाल में चार बिल्लियां लड़ने लगती हैं तो आप डेलिगेशन भेज देते हैं. मेरा सवाल है कि उत्तर प्रदेश, जहां देश में सबसे ज़्यादा हत्याएं होती हैं, वहां कितने डेलिगेशन भेजे गए और असम, जहां महिलाओं के ख़िलाफ़ सबसे ज़्यादा अपराध होते हैं, वहां कितने डेलिगेशन भेजे गए हैं.

इसके बाद डेरेक ओ ब्रायन ने सभापति से कहा कि सर, मुझे अपनी बात पूरी करने दीजिए, मेरे भाषण के प्रवाह को न रोकें. इस पर सभापति धनखड़ ने नाराज़ होते हुए कहा, सभापति से बोलने का ये कोई ढंग नहीं है. अपनी सीट पर बैठ जाएं. मैंने बार-बार कहा है कि इस तरह का व्यवहार न करें. इससे किसी का फायदा नहीं होता. हम सदन में बैठे लोगों को मर्यादा बनाए रखनी चाहिए. कम से कम सभापति के साथ बात करते हुए.

इसके बाद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि इस सरकार में तीन सबसे अहम मंत्री हैं – ‘पीएम, एचएम (गृह मंत्री) और वॉशिंग मशीन…’

इसके बाद जगदीप धनखड़ ने एक बार फिर डेरेक ओ ब्रायन को कड़े शब्दों में चेतावनी दी कि अगर आपने अपना व्यवहार नहीं बदला तो आप अपनी बात रखने का अधिकार खो बैठेंगे. लेकिन इसके बाद भी डेरेक ओ ब्रायन ने पहले की तरह बोलना जारी रखा.इस पर सभापति ने अपनी सीट पर खड़े होकर डेरेक ओ ब्रायन से कहा कि मैं डेरेक ओ ब्रायन का नाम लेकर कहता हूं कि आप तत्काल सदन छोड़कर बाहर निकल जाएं. ये बेहद अपमानजनक व्यवहार है. कोई भी आपके जैसे सदस्य की अपेक्षा नहीं रखता है. सदन में आपका व्यवहार बेहद ख़राब रहा है. और ये आपकी आदत बन गयी है. और आप इसका रणनीति की तरह इस्तेमाल करते हैं. आपको लगता है कि आपको बाहर इसके लिए पब्लिसिटी मिलेगी. बैठ जाएं l

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *