छत्तीसगढ़ सरकार का सीमेंट कोम्पनिओ के ऊपर कोई कंट्रोल नहीं — फिर बड गए सीमेंट के दाम
रिपोर्ट मनप्रीत सिंह
रायपुर छत्तीसगढ़ विशेष : कोरोना मूुक्ति की ओर अग्रसर छत्तीसगढ़ से एक ओर जहा मुख्यमंत्री जी ने 30 हजार करोड़ की आर्थिक सहायता लेने का केंद्र से आग्रह किया है। बघेल ने इस राशि में से 10 हजार करोड़ रूपए तत्काल जारी करने का आग्रह किया है, ताकि उद्योग, व्यवसाय, सेवा क्षेत्र एवं कृषि क्षेत्र को आर्थिक सहायता दी जा सके।
दूसरी ओर आज रात से प्रति बोरा सीमेंट में 10 से 15 रुपये तक वृद्धि करने का निर्णय लिया गया है , बाजार में सीमेंट पिछले दो-तीन महीने में 50 रुपये प्रति बोरी तक बढ़ गए हैं। मई-जून के निर्माण कार्य के अनुकूल समय में सीमेंट न मिलने और इसकी कीमत बढ़ने से घरों की कीमत भी बढ़ सकती है यह कहा जा सकता है की अप्रैल से जून में निर्माण कार्य के मुफीद समय में सीमेंट न मिलने से लागत बढ़ेगी, जिसका असर मकानों की कीमत पर भी पड़ सकता है। ऐसा प्रतीत होता है की सीमेंट कंपनियां कार्टेल बनाकर दाम बढ़ा रही हैं और स्टॉक होने के बाद भी उसे रिलीज नहीं कर रही हैं। ऐसा होने से बढ़े हुए दामों में सीमेंट खरीदकर निर्माण कार्य चालू रखना हम सबकी मजबूरी होगी । सीमेंट की कीमतों में अनियमित वृद्धि सीधे निर्माण लागत को प्रभावित करती है, जिससे ग्राहकों पर भी बोझ पड़ेगा , ऐसा माना जा रहा है की या तो छत्तीसगढ़ सरकार का सीमेंट कोम्पनिओ के ऊपर दबाओ नहीं जमता या फिर सरकार इनके साथ मिल के चलना चाहती है
सीमेंट के दामों में अप्रत्याशित वृद्धि होने से नये मकान बनाने वालों का सपना पूरा नहीं हो पा रहा है। महंगाई ने ऐसे लोगों की कमर तोड़कर रख दी है, जो घर बनाने की मंशा पाले हैं। आज रात से सभी कोम्पनिओ ने प्रति बोरा सीमेंट में 10 से 15 रुपये तक वृद्धि करने का निर्णय लिया गया है। जानकारों की मानें तो सीमेंट के ऐसे बढ़ते दामों से कई लोग अपने घर का काम बंद कर देंगे । सीमेंट के दामों में अचानक हुई बढ़ोतरी से शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में बन रही सड़कें व मकान बनाने के सपने पर तत्काल विराम लग जाएगा । पहले से करोना वायरस एवं महंगाई का दंश देश झेल ही रहा है । अब एकाएक सीमेंट के दामों में बढ़ोतरी होने से उनलोगों का बजट फेल हो जाएगा ।