रेलवे कर्मचारी के घर आधी रात घुसे तीन नकाबपोश लुटेरे – बंदूक दिखाकर 20 हजार कैश और मोबाइल लेकर हुए फरार
गश्ती पुलिस टीम को दी वारदात की जानकारी
चरोदा जीआरपी चौकी प्रभारी डीएन श्रीवास्तव ने बताया कि अल सुबह क्र्वाटर -38, जोन-1 रेलवे कॉलोनी चरोदा निवासी ए शेषू बाबू ने लूट की सूचना दी। उस वक्त वे टीम के साथ गश्त पर थे। तत्काल घटना स्थल पर पहुंचा। मौका मुआयना किया। परिजनों से पूछताछ की। शेषू बाबू की बेटी ने एक आरोपी की आवाज और हुलिया बताया। उस हुलिया के आधार पर आरोपी मोहम्मद फिरोज (27 वर्ष) को उसके घर से हिरासत में लिया। उसके बाद उसके साथी सुनील कुमार और एक नाबालिग को भी दबोच लिया। पूछताछ में आरोपी फिरोज ने सब उगल दिया। उसके घर से टैबलेट, बैंक एटीएम कार्ड और लूट की रकम 20 हजार रुपए जब्त किया। आरोपियों के खिलाफ धारा 392, 458, 25-27 आम्र्स एक्ट के तहत कार्रवाई की गई।
पुलिस ने बताया कि लूट का सरगना फिरोज मूलत: बिहार का रहने वाला है। यहां रेलवे कॉलोनी में रिश्तेदार के यहां रहता है। वह प्राइवेट स्कूल में पढ़ाता है। वह शेषू बाबू के बच्चों को ट्यूशन भी पढ़ाता है। शेषू को बैंक से पैसा लाते-ले जाते हुए उसने कई बार देख था। उसके मन में लालच आ गई। फिर लूट की योजना बनाई। बीटेक पास अपने साथी सुनील कुमार यादव के साथ वारदात की साजिश रची। एक 15 वर्षीय नाबालिग को भी फिरोज ट्यूशन पढ़ाता है। उसे भी साथ में लिया।
सोमवार व मंगलवार की दरम्यानी रात करीब 2 बजे शेषू के घर में धावा बोले। दरवाजा खोलने की आवाज से शेषू और उसकी पत्नी जग गई। आरोपियों ने दोनों पर कट्टा और चाकू अड़ा दिया। धमकी दी कि अगर चिल्लाया तो जान से मार देगें। डरा धमका कर आलमारी में रखे 20 हजार नकद ,टैबलेट, एटीएम कार्ड लूटकर भाग निकले और बाहर से सिटकनी भी लगा दिए।
वारदात का आंखों देखा हाल
शेषू की 13 साल की बेटी ने बताया कि रात करीब 2 बजे रहे होंगे। वह अपने कमरे में अपने छोटे भाई के साथ सोई थी। तभी दीवार फांद कर किसी के कूदने की आवाज आई। उसने दीवार फांदकर तीन लोगों का कूदकर आते देखा। तीनों नकाब पहने थे। कुछ देर के लिए मैं घबरा गई फिर सोने का नाटक कर लिया। छोटा भाई मेरे पास ही सोया था। तीनों नाकबपोश पहले उनके कमरे में आए। फिर यह बोलते हुए निकल गए कि चलो यह सो रही है। वे दूसरे कमरे में चले गए। जहां मां और पिता सो रहे थे। मैंने एक नकाबपोश की आवाज सनी। वह कह रहा था कि चिल्लाया तो जान से मार दूंगा।
मैं सहम गई कि पापा के साथ कुछ कर तो नहीं रहे हैं। नकापोश जब भाग गए तब मैंने पड़ोस में रहने वाले भैया की आवाज लगाई। मुझे नकाबपोश की आवाज जानी पहचानी लगी थी। पापा ने भी आवाज लगाया। पापा की आवाज सुनकर उनके कमरे का दरवाजा खोला। जिसे नकाबपोश बाहर से सांकल लगाकर भागे थे। आवाज हमें ट्यूशन पढ़ाने वाले फिरोज सर की आवाज जैसे लगी थी। पापा ने भी पुलिस को आरोपियों की हुलिया व कदकाठी बताया। इसी आधार पर पुलिस ने लूटेरों की पकड़ लिया।
नशा के लिए लूटने की योजना बनाई
पुलिस ने बताया कि सुनील कुमार यादव और फिरोज दोनों साथी है। नशा करने के आदी है। फिरोज ने बताया कि लॉकडाउन की वजह से नशे की सामग्री कही मिल नहीं रहा है। इसलिए लूट की योजना बनाई। सुनील कट्टा को ढाबा से बहुत पहले एक युवक से खरीदा था। मामला बिगडऩे पर डराने के लिए कट्टा रखा था। फिरोज ने चाकू रखा। पुलिस ने एक देशी कट्टा, दो जिंदा कारतूस और चाकू को जब्त किया। जीआरपी भिलाई तीन थाना प्रभारी
लीलाधर सिंह राजपूत ने बताया कि नकाबपोश तीन लूटेरों को गिरफ्तार किया है। हुलिया के आधार पर घटना के चार घंटे के भीतर तीनों आरोपियों को उसके घर से गिरफ्तार किया गया। अपराध दर्ज कर न्यायलय में पेश किया।