कथित फर्जी एडमिशन ऑफर के कारण कनाडा से निर्वासित किए जाने का ख़तरा झेल रहे 700 भारतीय छात्रों को लेकर विदेशमंत्री जयशंकर ने दिया बयान
Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH : विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने गुरुवार को कहा कि विदेश मंत्रालय और कनाडा में स्थित भारतीय उच्चायोग वहां 700 भारतीय छात्रों के मामले को हल करने के लिए काम कर रहे हैं. ये छात्र मुख्य रूप से पंजाब से हैं जो कथित फर्जी एडमिशन ऑफर के कारण कनाडा से निर्वासित किए जाने का फ़ैसला किया है.
विदेशमंत्री जयशंकर का बयान पंजाब के एनआरआई मामलों के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल की ओर से इस मामले में हस्तक्षेप की अपील के बाद आया है. इन छात्रों पर निर्वासन का ख़तरा मंडरा रहा है क्योंकि कनाडा के अधिकारियों ने पाया है कि उन्हें शैक्षणिक संस्थानों से मिले एडमिशन ऑफर नकली थे.
जयशंकर ने कहा, शुरुआत से ही, विदेश मंत्रालय और उच्चायोग ने छात्रों का मामला उठाया है. दोषियों को सज़ा मिलनी चाहिए. नई रिपोर्ट में पता चला है कि कनाडाई सरकार स्वीकार कर रही है कि यदि छात्र ने कोई गलत काम नहीं किया है तो ये उनके साथ ग़लत होगा.वे इस बात को भी स्वीकार करते हैं कि उन्हें इसका समाधान खोजना होगा. मुझे लगता है कि कनाडा का सिस्टम इस लिहाज से निष्पक्ष है.
जयशंकर को लिखे पत्र में धालीवाल ने कहा था कि ये छात्र मासूम हैं और उन्हें जालसाजों ने ठगा है.