कोरोना फंड के लिए मिले धन से पाक ने बढ़ाया रक्षा बजट – झूठ बोलकर फंड का दुरूपयोग करना पाक के लिए कोई नया नहीं
रिपोर्ट मनप्रीत सिंग
भल्ला का कहना था कि पाकिस्तान इस फंड का दुरूपयोग कर सकता है। उन्होंने आगे बताया था कि पाक इस धन का उपयोग अपने रक्षा बजट को बढ़ाने में कर सकता है। इसलिए आईएमएफ को दिए गए फंड पर नजर बनाए रखना चाहिए। आईएमएफ को यह सुनिश्चित करने के लिए निगरानी करनी चाहिए कि आईएमएफ की राशि का उपयोग केवल कोविड-19 संकट के लिए किया जाए और सुरक्षा जैसे अन्य क्षेत्रों में इन संसाधनों का उपयोग न हों और न ही किसी विशाल ऋण देनदारियों की सेवा के लिए इसका प्रयोग हो।
भल्ला ने कहा, पहले भी ऐसी सूचना आई थीं कि पाकिस्तान झूठ बोलकर फंड का दुरूपयोग करता है । एक महीने से भी कम समय में ही देखने को मिल गया है कि भारतीय अर्थशास्त्री पाक के लिए सही कह रहे थे।
पाकिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने पिछले सप्ताह कहा था कि अगले वित्तीय वर्ष के लिए अपने सेना कर्मियों के वेतन में 20% की बढ़ोतरी कर सकता है। लीक हुए रक्षा मंत्रालय के एक ज्ञापन में कहा गया है कि सेवा मुख्यालय के परामर्श से संयुक्त कर्मचारी मुख्यालय ने बढ़ोतरी का प्रस्ताव रखा था। भारत में पाकिस्तान पर नजर रखने वालों का कहना है कि पाक मिलिटरी के दबाव में सेना को बजट का सबसे बड़ा हिस्सा मिलता है।
पिछले साल, पाकिस्तान सरकार ने बजट में 4.5% की बढ़ोतरी की थी। यह वृद्धि सेना प्रमुख जनरल कमर बाजवा के एक बयान के बाद हुई जिसमें कहा गया था कि सशस्त्र बल वित्तीय संकट के कारण रक्षा बजट में नियमित बढ़ोतरी करेंगे।
बता दें कि पाकिस्तान भी कोरोना संकट से गुजर रहा है। पाक में अब तक 38,799 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। वहीं 834 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 10,880 स्वस्थ हो चुके हैं।