कोरोना की पहली वैक्सीन से इंसानी ट्रॉयल सफल
रिपोर्ट मनप्रीत सिंह
रायपुर छत्तीसगढ़ विशेष : दुनियाभर में फैले कोरोना महामारी के बीच अमेरिका से अच्छी खबर सामने आई है। अमेरिकी फार्मा कंपनी का दावा किया है कि वो कोरोना वैक्सीन बना ली है। कंपनी मॉर्डना के मुताबिक जिन पर इस वैक्सीन का ट्रायल किया गया, उनके शरीर में उम्मीद से अच्छी इम्यूनिटी बढ़ी है और साइड इफेक्ट्स भी मामूली हैं। यह वैक्सीन जिस कैंडिडेट को दिया गया था, उसके शरीर में केवल मामूली दुष्प्रभाव देखे गए और वैक्सीन का प्रभाव सुरक्षित और सहनीय पाया गया।
मॉर्डना ने बताया कि वैक्सीन पाने वाले कैंडिडेट्स का इम्यून सिस्टम वायरस से लड़ने में कोविड-19 से रिकवर हो चुके मरीजों के बराबर या उनसे ज्यादा ताकतवर पाया गया। मॉर्डना के सीईओ स्टीफन बैंसेल ने कहा कि वे इससे बेहतर डेटा की उम्मीद नहीं कर सकते थे। कंपनी ने वैक्सीन के लिए जरूरी जेनेटिक कोड से लेकर इंसानों पर ट्रायल तक का सफर महज 42 दिनों में पूरा कर लिया। ऐसा पहली बार हुआ कि जानवरों से पहले इंसानों में ट्रायल शुरू किया गया था।
माना जा रहा है कि अब वैक्सीन का दूसरा ट्रॉयल जुलाई के आसपास होगा, हालांकि कंपनी का कहना है कि वे इसे जल्दी से जल्दी करने की कोशिश करेंगे। इसमें वैक्सीन की अलग-अलग डोज देकर देखा जाएगा कि कम से कम साइड इफेक्ट के साथ वैक्सीन की कितनी मात्रा तय की जानी चाहिए। वैसे आमतौर पर पहले चरण के ट्रायल के बारे में इतनी चर्चा नहीं की जाती है लेकिन चूंकि कोरोना से पूरी दुनिया प्रभावित है और किसी सकारात्मक खबर के इंतजार में है, इसलिए मॉडर्ना ने फर्स्ट ट्रायल के बारे में भी विस्तार में बताया।