छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य सेवाओं की गूंज पहुंची जिनेवा तक
विश्व स्वास्थ्य संगठन के हेल्थ कॉन्फ्रेंस में दंतेवाड़ा की झलक
कॉन्फ्रेंस में भारत के स्टॉल पर बस्तर की स्वास्थ्य सेवाओं को दर्शाया गया
सीमित मानव संसाधन से कैसे बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं, इस थीम पर थी प्रदर्शनी
कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना पर डॉक्यूमेंट्री भी दिखाई गई
रायपुर. 7 दिसम्बर 2022
Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य सेवाओं की गूंज विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुख्यालय जिनेवा तक पहुंच गई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा वहां 6 दिसम्बर और 7 दिसम्बर को ‘ह्यूमन रिसोर्स फॉर हेल्थ (Human Resource for Health)’ विषय पर आयोजित दो दिवसीय वैश्विक सम्मेलन (International Conference) में भारत के स्टॉल (Indian Corner) पर बस्तर की स्वास्थ्य सेवाओं को प्रदर्शित किया गया था। छत्तीसगढ़ में दूरस्थ अंचलों में किस तरह से स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं, इसे वहां दर्शाया गया था। कॉन्फ्रेंस में विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना पर निर्मित डॉक्यूमेंट्री भी दिखाई गई। छत्तीसगढ़ की स्वास्थ्य सेवाओं को वैश्विक सम्मेलन में देश का प्रतिनिधित्व करने का गौरव मिला है।
जिनेवा में आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में भारत के स्टॉल में सीमित मानव संसाधन से बस्तर में किस तरह से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं, इसे दर्शाया गया था। स्टॉल पर बस्तर में स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रही स्वास्थ्य कार्यकर्ता और अधिकारी को खास स्थान दिया गया। दंतेवाड़ा जिले की तुड़पारास हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी सुश्री अंजू खरे एवं चितालंका की मितानिन श्रीमती शांति सेठिया का वहां आदमकद कटआउट लगाया गया था। सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व डॉ. रोडरिको ऑफ्रिन ने किया।
विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा पूर्व में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना की सराहना विश्व स्तर पर की गई है। डब्ल्यूएचओ ने वनांचलों और दूरस्थ अंचलों के गांवों में लोगों तक स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाने में कारगर छत्तीसगढ़ सरकार की इस योजना पर डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी तैयार की है। हाल ही में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निवास कार्यालय में स्वास्थ्य मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव की मौजूदगी में इस डॉक्यूमेंट्री को रिलीज किया गया। इस फिल्म का प्रदर्शन भी जिनेवा में आयोजित वैश्विक सम्मेलन में किया गया