मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और छत्तीसगढ़ राज्य वक़्फ़ बोर्ड के अध्यक्ष सलीम रिजवी ने प्रदेश वासियों को ईद-उल-जुहा की दी मुबारकबाद
सलीम रिजवी : ईद-ए-अजहा का त्यौहार सादगी से मनाया जायेगा , लॉक डाउन का पालन करते हुए मनाया जाएगा ईद का त्यौहार
Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH : रायपुर, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और छत्तीसगढ़ राज्य वक़्फ़ बोर्ड के अध्यक्ष सलीम रिजवी ने प्रदेशवासियों को ईद-उल-जुहा पर्व की मुबारकबाद दी है। उन्होंने कहा है कि ईद-उल-जुहा का पर्व ईश्वर के प्रति समर्पण एवं त्याग का प्रतीक है। इससे ईश्वर के प्रति प्रेम और समाज में भाईचारा एवं एकजुटता की भावना बढ़ती है। इसी बीच उन्होंनेे ने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लोगों से सोशल-फिजिकल डिस्टेंसिंग एवं बचाव के उपायों का पालन करते हुए पर्व को मनाने की अपील की है। आप सभी को ईद उल अज़हा की तहेदिल से मुबारकबाद।
इस मुबारक मौके पर हम सब मिलकर अल्लाह तआला से दुआ करें कि कोरोना वायरस से मुल्के हिन्दुस्तान की अवाम को महफूज़ रखे और मुल्के हिन्दुस्तान से कोरोना वायरस जल्द से जल्द पूरी तरह ख़त्म हो।-ए-अजहा / बकरीद को लेकर छत्तीसगढ़ राज्य वक़्फ़ बोर्ड एवं प्रदेश सरकार ने गाइडलाइन की जारी, मस्जिद या ईदगाह के बजाय घर में रहकर नमाज पढ़ने की अपील
बकरीद को लेकर छत्तीसगढ़ राज्य वक़्फ़ बोर्ड ने गाइडलाइन भी जारी की हुई है, मस्जिद या ईदगाह के बजाय घर में रहकर नमाज पढ़ने की अपील !जुलाई महीने की 31 तारीख को पूरे देश में बकरीद (EID-UL-AZHA) मनाई जाएगी. कोरोना महामारी को देखते हुए छत्तीसगढ़ राज्य वक़्फ़ बोर्ड ने गाइडलाइन (Guideline) जारी की है, जिसमें लोगों से मस्जिद या ईदगाह के बजाय घर में रहकर ही नमाज पढ़ने की अपील की गई है. इसके अलावा लोगों को बकरे की जगह प्रतीकात्मक कुर्बानी का सुझाव भी दिया गया
गाइडलाइन में कहा गया है, ‘मस्जिद, ईदगाह या सार्वजनिक स्थानों (Public Place) के बजाय इस बार घर पर ही नमाज पढ़ें. फिलहाल सभी लाइवस्टॉक मार्केट पशु बाजार भी बंद रहेंगे. अगर कोई शख्स, कुर्बानी के लिए जानवर खरीदना चाहता है तो ऑनलाइन (Online) या फोन पर खरीदारी कर सकता है.’आगे लोगों से अपील करते हुए कहा गया है कि
0 ईद-ए-अजहा का त्यौहार सादगी से मनाया जायेगा
0 लॉक डाउन का पालन करते हुए मनाया जाएगा ईद का त्यौहार सलाम रिज़वी
0 प्रशासन-पुलिस और मुस्लिम समाज के बीच हुई बैठक
राजधानी रायपुर में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मुस्लिम समाज के प्रमुख लोगों की बैठक हुई। चूंकि लॉक डाउन की अवधि बढ़ा दी गई है, इसी के मद्देनजर बैठक में चर्चा करते हुए तय किया गया कि लॉक डाउन के नियमों का पालन करते हुए ईद-ए-अजहा का त्यौहार सादगी से मनाया जायेगा किसी प्रकार के सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं होंगे। बैठक में यह भी तय किया गया कि ईदगाहों में नमाज नहीं पढ़ी जाएगी। वहीं फजर के तुरंत बाद ईद-ए-अजहा अदा कर ली जाएगी। बेवजह घूमने वालों पर कार्यवाही की जाएगी। ईद मिलन के कार्यक्रम नहीं होंगे। इस दौरान हुई चर्चा में तय किया गया कि कोरोना (कोवीड 19) के संक्रमण से बचाव के जारी लॉक डाउन के नियम कायदों का पूरा पालन करना होगा।