एम्स की ओपीडी में प्रतिदिन औसतन पांच सौ रोगी पहुंच रहे
– एम्स की ओपीडी में प्रतिदिन औसतन पांच सौ रोगी पहुंच रहे
– एक अगस्त से अब तक 1700 से अधिक कोविड-19 की भी जांच हुई
– ओपीडी में ऑन लाइन रजिस्ट्रेशन के बाद ही उपचार के लिए आने का अनुरोध
Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH : रायपुर , अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, रायपुर की ओपीडी और टेलीमेडिसिन ओपीडी के प्रति रोगियों का रुझान बढ़ता जा रहा है। कोविड-19 के संक्रमण से बचाव को देखते हुए ओपीडी में आने वाले सभी रोगियों से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद ही अस्पताल आने का अनुरोध किया गया है।
छत्तीसगढ़ में लॉकडाउन के दौरान और इसके बाद से एम्स की ओपीडी में नियमित रूप से रोगियों की संख्या बढ़ रही है। निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार 27 जून से प्रात: नौ से दोपहर 1.30 बजे तक प्रथम पाली में ओपीडी प्रारंभ हो चुकी है। पहले चरण में ब्रॉड स्पेशियल्टी विभाग के लिए प्रतिदिन 30 रोगियों को परामर्श दिया जा रहा है जिनमें 20 नियमित रोगी और 10 नए रोगी होते हैं। सुपर स्पेशियल्टी विभागों के लिए रोगियों की संख्या 15 है जिसमें 10 नियमित और पांच नए रोगी शामिल हैं। ओपीडी में प्रथम बार जांच के लिए आने वाले रोगियों को https://ors.gov.in/index.html के माध्यम से ऑनलाइन पंजीयन करना होता है। इसका लिंक एम्स की वेबसाइट पर भी उपलब्ध है।
नए रोगी विशेषत: अन्य प्रदेशों से आने वाले कई रोगी अभी भी बिना ऑनलाइन पंजीयन के ओपीडी में पहुंच रहे हैं। ऐसे में एम्स प्रबंधन ने सभी से अनुरोध किया है कि सोशल डिस्टेंसिंग की व्यवस्था को देखते हुए सभी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद ही ओपीडी में परामर्श के लिए आएं।
ओपीडी में रोगियों की संख्या निरंतर बढ़ती जा रही है। एक से 10 अगस्त के बीच यहां 4265 रोगी चिकित्सीय परामर्श के लिए पहुंच चुके हैं। इनमें सबसे अधिक 1758 रोगी कोविड-19 की जांच के लिए पहुंचे। इसके साथ ही आर्थो, जनरल मेडिसिन, ईएनटी, साइकेट्री और पीडियाट्रिक्स के रोगी भी बड़ी संख्या में ओपीडी पहुंच रहे हैं।
टेलीमेडिसिन ओपीडी में अब तक 12 हजार 735 कॉल
एम्स की टेलीमेडिसिन ओपीडी में भी प्रतिदिन औसतन 90 फॉलोअप रोगी कॉल कर रहे हैं। एक से 10 अगस्त के मध्य यहां 594 रोगी कॉल कर चुके हैं। टेलीमेडिसिन ओपीडी शुरू होने के बाद से यहां अब तक लगभग 12735 कॉल आ चुकी हैं। कोविड-19 को देखते हुए टेलीमेडिसिन ओपीडी सेवाओं को जारी रखने का निर्णय लिया है।
निदेशक प्रो. (डॉ.) नितिन एम. नागरकर ने कहा है कि एम्स कोविड-19 वार्ड में नियमित रूप से तीन सौ रोगियों को उपचार प्रदान करने के साथ ही अन्य रोगियों को भी पूर्ण चिकित्सा सुविधाएं प्रदान कर रहा है। इमरजेंसी में अत्यावश्यक चिकित्सा, ओपीडी में नियमित चिकित्सा और टेलीमेडिसिन में फॉलोअप चिकित्सा के माध्यम से प्रयास किया जा रहा है कि किसी भी प्रकार के रोगी को कोई दिक्कत न हो।