अत्याचार से बचने के लिए भारत के मिज़ोरम में शरणार्थियों की बाढ़

Raipur chhattisgarh VISHESH

Report manpreet singh म्यांमार और मिज़ोरम के बीच एक पहाड़ी नदी टिआऊ ही अंतरराष्ट्रीय सीमा रेखांकित करती है.फिलहाल बरसात के मौजूदा मौसम में यह पानी से लबालब भरी हुई है.सीमा चौकी पार कर एक देश से दूसरे देश में आवाजाही कागज पर तो लगभग बंद ही है. लेकिन इसके बावजूद म्यांमार के हजारों नागरिक लगातार भारतीय सीमा में प्रवेश कर रहे हैं l लेकिन साल के बाकी समय इसे पैदल ही पार किया जा सकता है. यहां दोनों देशों की सीमाएं स्वाभाविक स्थिति में एकदम शिथिल रहती है.

दोनों ओर से लोग अमूमन निर्बाध तरीके से सीमा पार कर एक-दूसरी ओर आवाजाही कर सकते हैं.म्यांमार का सॉफ्ट ड्रिंक या बीयर सीमा से सटे भारतीय बाजार में आसानी से मिल जाता है. यहां तक कि म्यांमार में बनी मोटरसाइकिल भी सीमा के दूसरी ओर यानी भारतीय इलाके में काफी लोकप्रिय है.लेकिन बीते डेढ़ साल से भी ज्यादा समय से इस सीमा चेकपोस्ट पर काफी कड़ा पहरा है.

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