संगीत सम्राट महाराज चक्रधर सिंह ने शास्त्रीय कला संगीत को दी विश्व में नई पहचान : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय

मुख्यमंत्री रायगढ़ में चक्रधर समारोह का किया शुभारंभ रायगढ़ में संगीत महाविद्यालय की स्थापना की घोषणा की रायपुर, 07 सितम्बर 2024/संगीत एवं कलाधानी नगरी रायगढ़...

मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने रायगढ़ में प्रयास आवासीय विद्यालय का किया उद्घाटन

https://twitter.com/vishnudsai/status/1832393235886698809?t=j9mZLCL8zt0q8dHoEcqMew&s=19 मुख्यमंत्री ने कहा शिक्षा के बिना जीवन अधूरा https://www.youtube.com/live/OjiH2gcRPjI?si=rhWgogo9CoDap_eJ Raipur chhattisgarh VISHESH मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज रायगढ़ जिले के गढ़उमरिया में...

डॉ. मनसुख मांडविया ने पैरा-एथलीटों को उनकी उपलब्धियों के लिए सराहा; 2047 तक ‘विकसित भारत’ के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए खेल में उत्कृष्टता हासिल करने का आह्वान किया

केंद्रीय मंत्री ने पेरिस पैरालिंपिक से लौटे छह पदक विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित किया प्रविष्टि तिथि: 07 SEP 2024 6:06PM by PIB Delhi केंद्रीय युवा...

JRD स्टेट यूनिवर्सिटी, चित्रकूट में आयोजित अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी ‘आधुनिक जीवन में ऋषि परंपरा’ विषय पर उपराष्ट्रपति के भाषण का मूल पाठ

प्रविष्टि तिथि: 07 SEP 2024 6:21PM by PIB Delhi जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य जी के चरणों में नमन करने के उद्देश्य से, जब पहली बार आपका आशीर्वचन मिला हम दोनों को तो मुझे लग गया की मैं इनका एकलव्य हूं, आज मैं इनका शिष्य हूं। भारत ऋषि-मुनियों का देश रहा है। ऋषि परंपरा हमारे खून में है, पर आज इन सब का प्रतीक हमारे समक्ष है जगद्गुरु रामभद्राचार्य जी के रूप में। देश ने आपको पद्म विभूषण से सुशोभित किया, पर आपका व्यक्तित्व इतना बड़ा है कि कोई भी अलंकरण उसमें कुछ जोड़ नहीं सकता। आज गणेश चतुर्थी के पावन त्यौहार पर ऋषि परंपरा को समर्पित इस संगोष्ठी का शुभारंभ हो रहा है, और इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता। यह सब कुछ जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य जी की उपस्थिति में हो रहा है। आपकी उपस्थिति अपने आप में ही एक बहुत बड़ा संदेश है, हम सब लोगों के लिए मार्गदर्शन है। कल ऋषि पंचमी का त्यौहार है, जो हमारे सप्त-ऋषियों के प्रति श्रद्धा व्यक्त करने का दिन है। मैंने तो इसकी शुरुआत आज ही कर दी है, गुरुजी के चरणों में आशीर्वाद लेकर। भारत को और दुनिया को ऋषि परंपरा की आवश्यकता आज से ज्यादा कभी किसी युग में नहीं रही। चारों तरफ अशांति है, द्वेष्ता है, संकट है व्यक्ति, व्यक्ति के हित को नजरअंदाज करता है। आपका पूरा जीवन, जीवन का समर्पण, जीवन का दर्शन एकग्रता से एक ही जगह केंद्रित रहा है। और यह खुद को दृष्टिविहीन नहीं मानते। कैसी विडंबना है कि यह सोच भी कैसे आ सकता है हमारे दिल में, जो हम सभी को ज्ञान देते हैं, जिनका प्रकाश लेने के लिए हम सब लालायित है, वह जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य जी दृष्टिहीन कैसे हो सकते हैं मेरे उत्तर प्रदेश के कार्यक्रम में इस कार्यक्रम को मेरी धर्मपत्नी के विशेष अनुरोध पर इसे जोड़ा गया है की हम दोनों का मानना है कि हम आकर आपको आमंत्रित करें क्योंकि आजादी के बाद पहली बार उपराष्ट्रपति भवन बना है और वहां आपका पदार्पण होना अति आवश्यक है। पर हमारी भावना का अब तक आंशिक अनुमोदन हुआ है। आपका वहां आना नहीं है आपका वहा रहना है कुछ दिन। दुनिया में कहीं भी चले जाओ, बड़े-बड़े दुनिया के लोगों ने , जब अशांति महसूस कर रहे थे, पथ से भटक गए, अंधकार दिखाई दिया, तो उनका रुख भारत की तरफ हुआ। हाल के कालखंड में भी, बड़ा नाम कमाने वाले तकनीकी युग में, उन लोगों को भी मार्क दर्शन और रोशनी इस देश में मिली। इसलिए हम कहते हैं, कि हमारी ऋषि परंपरा की वजह से ही आज, भारत जल में, थल में, आकाश में और अंतरिक्ष में, बहुत बड़ी छलांग लगा रहा है। ऋषि परंपरा का मूल मंत्र है कि हम वसुधैव कुटुंबकम के सिद्धांत में विश्वास रखते हैं। पूरे विश्व ने भारत का लोहा माना जब G20 में हमारा motto था One Earth One Family One Future. हमारे ओजस्वी प्रधानमंत्री जी ने जब विश्व कूटनीति को दो सिद्धांत दिए। उन सिद्धांतों के मूल में ऋषि परंपरा है, पहला, भारत ने कभी expansion में विश्वास नहीं किया। दूसरे की ज़मीन को नहीं देखा। हजारों साल की संस्कृति और इतिहास इस बात को साबित करता है। दूसरा, किसी भी परिस्थिति में, किसी भी संकट का, किसी भी दुर्घटना का, किसी भी अंतरराष्ट्रीय कलह का समाधान युद्ध नहीं हो सकता। समाधान का एक ही रास्ता है, Dialogue and diplomacy. यह प्रधानमंत्री जी ने कहा था। यह हमारे लिए नई बात नहीं है। यह हमारी सांस्कृतिक धरोहर है। जहां आपकी बात है, मैं तो आश्चर्यचकित हो गया क्या स्मरण शक्ति कितना बड़ा अध्ययन है जब पहली बार मैंने और मेरी धर्मपत्नी ने आपका आशीर्वाद प्राप्त किया, और धर्मपत्नी का नाम बताया डॉ. सुदेश धनखड़, दो चौपाइयां सुना दीं। एक माइक्रो सेकंड भी नहीं लगा। यह बताता है कि आज हमारे बीच ऋषि पुरुष विद्वान है उपस्थित ही हमारे लिए नया पथ दिखाने लायक है। मैं यह कहना चाहता हूं कि बहुत लोग कई बार यह समझ नहीं पाते है वो ऐसे रास्ते पर चले जाते है की धर्म भूल जाते हैं, राष्ट्र धर्म को भूल जाते हैं, निजी स्वार्थ को ऊपर कर लेते हैं, राजनीति स्वार्थ में अंधाधुंध कार्य करते हैं। ऋषि परंपरा कभी इसकी इजाजत नहीं देती। अपनी हजारों साल की पृस्ठभूमि में देखिये किसी का भी शासन हो कोई भी शासन व्यवस्था हो ऋषि के मुख वचन से जो निकल गया वह हमेशा निर्णायक रहा है, राजा विवश रहा है उसकी हमेशा अनुपालन हुई है। गत दशक के अंदर ऋषि परंपरा का पूरा सम्मान हो रहा है।...

उप राष्ट्रपति सचिवालय : भारत की प्राचीन ऋषि परंपरा ने अंधकार में विश्व का मार्गदर्शन किया- उपराष्ट्रपति

https://twitter.com/VPIndia/status/1832401287121662282?t=Y-BD7XnK4oUBZV87qE8Pmw&s=19 वसुधैव कुटुंबकम ऋषि परंपरा का मूल सिद्धांत: उपराष्ट्रपतिपिछले एक दशक में ऋषि परंपरा का सम्मान बढ़ा: उपराष्ट्रपतिउपराष्ट्रपति ने जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग राज्य विश्वविद्यालय, चित्रकूट...

मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय की पहल पर ग्राम बाबूसाजबहार बेलडाड में लगाया नया ट्रांसफार्मर

बिजली आपूर्ति पुनः बहाल होने से लोगों को मिली राहत ग्राम वासियों ने मुख्यमंत्री को दिया धन्यवाद जशपुरनगर 07 सितंबर 2024/ मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव...

मुख्यमंत्री निवास में विराजे भगवान गणेश

https://twitter.com/vishnudsai/status/1832384692005597681?t=c7hDih1NqD7Gp5lolqcK4A&s=19 मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने पूजा अर्चना कर प्रदेश की सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना की Raipur chhattisgarh VISHESH रायपुर, 7 सितम्बर...

घरेलू काम के संग निरूपा साहू उड़ाती है अब ड्रोन,गांव में कहलाती है ड्रोन वाली दीदी

नमो ड्रोन दीदी योजना से महिलाएं बन रही हैं आत्मनिर्भर,मिल रहा है अतिरिक्त लाभ रायपुर,7 सितंबर 2024/महिलाएं अब घरों के भीतर चूल्हा- चौका के काम...

गणेश चतुर्थी ने त्योहारी सीजन की बिक्री को दी नई ऊंचाई, अनुमानित व्यापार 25,000 करोड़ से अधिक – अमर पारवानी

कैट सी.जी. चैप्टर प्रे.वि. क्र./04/09/2024-25 दिनांकः07.09.2024प्रेस विज्ञप्ति *भारतीय व्यापारियों ने चीनी उत्पादों का किया बहिष्कार, भारतीय वस्तुओं की जबरदस्त मांग - कैट Raipur chhattisgarh VISHESH...