महाकुंभ भारत की शाश्वत आध्यात्मिक विरासत का प्रतीक है और आस्था एवं सद्भाव का उत्सव है: प्रधानमंत्री

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“मुझे यह देखकर प्रसन्‍नता का अनुभव हो रहा है कि प्रयागराज में असंख्‍य श्रद्धालु आ रहे हैं, पवित्र स्नान कर रहे हैं और आशीर्वाद प्राप्‍त कर रहे हैं।सभी तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को एक सुखद प्रवास की शुभकामनाएं।”

प्रविष्टि तिथि: 13 JAN 2025 9:08AM by PIB Delhi

Raipur chhattisgarh VISHESH प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने प्रयागराज में महाकुंभ 2025 के शुभारंभ पर सभी को शुभकामनाएं दी हैं। श्री मोदी ने कहा कि यह भारतीय मूल्यों और संस्कृति को संजोने वाले करोड़ों लोगों के लिए बहुत विशेष दिन है। महाकुंभ भारत की शाश्वत आध्यात्मिक विरासत का प्रतीक है और आस्था एवं सद्भाव का उत्सव है।

प्रधानमंत्री ने एक्स पर अपनी पोस्ट में लिखा:

“भारतीय मूल्यों और संस्कृति को संजोने वाले करोड़ों लोगों के लिए यह विशेष दिन है!

महाकुंभ 2025 का प्रयागराज में शुभारंभ हो रहा है, यह आस्था, भक्ति और संस्कृति के पवित्र संगम में असंख्‍य लोगों को एक साथ संजोएगा। महाकुंभ भारत की शाश्वत आध्यात्मिक विरासत का प्रतीक है और आस्था एवं सद्भाव का उत्‍सव है।”

“मुझे यह देखकर प्रसन्‍नता का अनुभव हो रहा है कि प्रयागराज में असंख्‍य श्रद्धालु आ रहे हैं, पवित्र स्नान कर रहे हैं और आशीर्वाद प्राप्‍त कर रहे हैं।सभी तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को एक सुखद प्रवास की शुभकामनाएं।”

“पौष पूर्णिमा पर पवित्र स्नान के साथ ही आज से प्रयागराज की पुण्यभूमि पर महाकुंभ का शुभारंभ हो गया है। हमारी आस्था और संस्कृति से जुड़े इस दिव्य अवसर पर मैं सभी श्रद्धालुओं का हृदय से वंदन और अभिनंदन करता हूं। भारतीय आध्यात्मिक परंपरा का यह विराट उत्सव आप सभी के जीवन में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार करे, यही कामना है।”

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