सफलता की कहानी : प्रधानमंत्री आवास योजना से बदली तारा बाई की जिंदगी
साकार हो रहा है पक्का घर का सपना
जशपुर 23 नवम्बर 24/ पक्का घर हर गरीब परिवार का सपना होता है। यह सपना ऐसा है जो हर व्यक्ति के जीवन को स्थिरता और सुरक्षा का अहसास देता है। लेकिन इस सपने को पूरा करने के लिए वर्षों तक जी-तोड़ मेहनत करनी पड़ती है और एक-एक रुपये जोड़ना पड़ता है। प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) ने इस संघर्ष को आसान बना दिया है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में इस योजना के तहत समाज के वंचित और जरूरतमंद परिवारों को पक्का घर देने का संकल्प लिया गया है।
इस योजना का लाभ जशपुर जिले के फरसाबहार विकासखंड के सरदारटोली की तारा बाई को भी मिला है। तारा बाई का जीवन संघर्षों से भरा हुआ है। उनके पति स्वर्गीय शंकर सिंह का वर्षों पहले ही निधन हो गया, जिससे परिवार की जिम्मेदारी पूरी तरह तारा बाई पर आ गई। उनकी चार बेटियां हैं, जिनमें से तीन की शादी हो चुकी है। अकेले कमाना और परिवार का भरण-पोषण करना उनके लिए बेहद कठिन था। ऐसे में पक्के घर का सपना देखना भी उनके लिए असंभव जैसा था।
तारा बाई का कहना है, “हम खपरे वाले छोटे से घर में रहते थे, जो हर मौसम में परेशानी का कारण बनता था। बारिश के दिनों में घर टपकता और ठंड के दिनों में छत से आती ठंडी हवा हमें परेशान करती थी। ऐसे में कभी नहीं सोचा था कि एक दिन मुझे पक्के घर में रहने का मौका मिलेगा।”
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत तारा बाई को हाल ही में आवास निर्माण की स्वीकृति मिली। पहली किस्त मिलते ही उन्होंने अपने सपनों के घर की नींव रख दी। इस समय उनका घर निर्माणाधीन है, और हर गुजरते दिन के साथ उनका सपना साकार होता जा रहा है।
उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का मैं दिल से धन्यवाद करती हूं। उनके प्रयासों की वजह से ही आज मैं पक्के घर में रहने का सपना पूरा होते देख रही हूं। मेरे जैसे कई गरीब परिवारों के लिए यह योजना वरदान है।”
प्रधानमंत्री आवास योजना न केवल पक्का घर उपलब्ध करवा रही है, बल्कि जरूरतमंद परिवारों को आत्मनिर्भर बनने की दिशा में प्रेरित भी कर रही है। तारा बाई जैसे हजारों लोगों के जीवन में यह योजना नई रोशनी और उम्मीद लेकर आई है।