देश के भूजल संसाधनों के नियमन के लिएभारत सरकार द्वारा युवा भूजल वैज्ञानिकों की भर्ती
रायपुर, 19 अगस्त, 2024
भारत सरकार ने देश के भूजल संसाधनों की जांच, अन्वेषण, मूल्यांकन, विकास, प्रबंधन और विनियमन के सभी पहलुओं के लिए युवा भूजल वैज्ञानिकों की भर्ती की है। इनका प्रशिक्षण राजीव गांधी राष्ट्रीय भूजल प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान, रायपुर में शुरू किया गया है।
राजीव गांधी राष्ट्रीय भू जल प्रशिक्षण और अनुसंधान संस्थान -आरजीआई कौशल उन्नयन के लिए देश के भूजल विशेषज्ञों के लिए प्रशिक्षण पाठ्यक्रम आयोजित करता है। यह प्रशिक्षण पाठ्यक्रम देश के भूजल संसाधनों की जांच, अन्वेषण, मूल्यांकन, विकास, प्रबंधन और विनियमन के सभी प्रासंगिक पहलुओं के लिए तैयार किए गए हैं।
केंद्रीय भू जल मंडल- (सीजीडब्ल्यूबी) के ग्रुप बी वैज्ञानिक अधिकारियों के लिए एक वर्ष के प्रवेश स्तरीय प्रशिक्षण पाठयक्रम का उद्घाटन आरजीआई, रायपुर में किया गया। सीजीडब्ल्यूबी के अध्यक्ष डॉ. सुनील कुमार अम्बष्ट ने इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। सीजीडब्ल्यूए के सदस्य श्री टी.बी.एन. सिंह ने इस अवसर पर सम्मानित अतिथि के रूप में भाग लिया।
अपने स्वागत भाषण में, आरजीआई के क्षेत्रीय निदेशक, श्री निधीष वर्मा, ने सभी गणमान्य व्यक्तियों, प्रशिक्षु अधिकारियों और आरजीआई के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों का स्वागत किया। उन्होंने कार्यक्रम के डिजाइन, उद्देश्यों और आईएलटीसी के अपेक्षित परिणामों के बारे में भी जानकारी दी।
अपने उद्घाटन भाषण में सीजीडब्ल्यूए के सदस्य श्री टी. बी. एन. सिंह, ने प्रशिक्षु अधिकारियों से सकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रखने और टीम भावना का निर्माण करने का आग्रह किया।
भारत सरकार के राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस डिवीजन द्वारा विकसित लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम (एलएमएस) का आरजीआई मॉड्यूल श्रीमती बिजिमोल जोस, वैज्ञानिक-‘डी’ द्वारा प्रस्तुत किया गया और जिसका उद्घाटन सीजीडब्ल्यूबी के अध्यक्ष द्वारा किया गया ।
अध्यक्ष, डॉ. एस. के. अम्बष्ट ने अपने उद्घाटन भाषण में प्रशिक्षुओं को एक समूह के रूप में काम करने और अपनी पेशेवर यात्रा के दौरान लीक से हटकर सोचने की सलाह दी। उन्होंने प्रशिक्षुओं को सलाह दी कि वे अपने दृष्टिकोण में केंद्रित और अनुशासित रहें और प्रकाशनों के रूप में अपने कार्य को प्रस्तुत करने का प्रयास करें।
आरडीजे