प्रदेश में कोरोना का कहर जंगल सफारी के कर्मचारी पर भी, कर्मचारियों को रहना होगा जंगली जानवरों के बीच, नहीं जा सकते घर

 Report manpreet singh 

 RAIPUR  chhattisgarh VISHESH : प्रदेश में कोरोना का कहर जारी है। ऐसे में राजधानी रायपुर का बहुत बुरा हाल है रोजाना 500 से अधिक मरीज मिलते जा रहे है। कोरोना संक्रमण फैलने के मामले में रायपुर की पूरे प्रदेश में सबसे बुरी स्थिति है। रायपुर में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए जंगल सफारी प्रबंधन जू में रहने वाले वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए चिंतित है। जू में रह रहे वन्यजीवों को किसी तरह से संक्रमण का खतरा न हो, इसे ध्यान में रखते हुए सफारी प्रबंधन ने जू के कर्मचारियों को हालात सामान्य होने तक सफारी के अंदर क्वारेंटाइन में रखने का निर्णय है। जू के कर्मचारियों को कलस्टर पद्धति के अनुसार क्वारेंटाइन किया जाएगा। जंगल सफारी की डायरेक्टर एम. मर्सिबेला के मुताबिक कोरोना संक्रमण जिस रफ्तार से फैल रहा है। इसे देखते हुए जंगल सफारी स्थित जू में काम करने वाले कर्मचारियों को 10 से 15 दिनों तक जू में क्वारेंटाइन में रखा जाएगा। कर्मचारियों के लिए वहां रहने, खाने के साथ रुकने की व्यवस्था रहेगी। कर्मचारियों को सफारी में कलस्टर पद्धति के तहत क्वारेंटाइन किया जाएगा। साथ ही जू में कार्यरत कर्मचारियों को बाहरी लोगों से मिलने-जुलने पर रोक रहेगी। सफारी प्रबंधन से जुड़े लोगों को भी जू के कर्मचारियों से बगैर किसी ठोस कारण के नहीं मिलने के लिए कहा गया है।

जंगल सफारी की डायरेक्टर के मुताबिक जू की सुरक्षा में दो फॉरेस्ट गार्ड, जू कीपर, वन्यजीवों को भोजन परोसने वाले, वन्यजीवों की देखरेख करने वाले वन्यजीव चिकित्सक सहित एक दर्जन लोगों को सफारी में क्वारेंटाइन किया जाएगा। साथ ही जू में तैनात कर्मचारियों को कोरोना संक्रमण की गाइडलाइन का कड़ाई से पालन करने के लिए निर्देश दिए गए हैं।

अफसर के मुताबिक जू सहित जंगल सफारी के सभी कर्मचारियों की नियमित मेडिकल जांच कराने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही सभी लोगों को सामाजिक दूरी बनाए रखने के निर्देश भी दिए गए हैं। जू के कर्मचारियों को बेवजह बाहर नहीं निकलने के लिए कहा गया है।

जंगल सफारी में जू सफारी सबसे ज्यादा संवेदनशील इलाका है। जू सफारी में कोरोना के अलावा और कई तरह के संक्रमण फैलने का खतरा रहता है। इसे देखते हुए वन्यजीवों को परोसे जाने वाले भोजन पर सबसे ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है। खासकर मांसाहारी वन्यजीवों को बकरे की कटिंग करने के बाद तत्काल परोसे जाने की जगह मांस को दो घंटे तक फ्रीजर में रखने के बाद वन्यजीवों को परोसा जा रहा है। मांस को फ्रीजर में रखने से उसमें मौजूद बैक्टीरिया नष्ट हो जाता है।

बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए जंगल सफारी स्थित जू के कर्मचारियों को कलस्टर पद्धति के अनुसार वहां रहने के लिए निर्देश जारी किए गए हैं। इस तरह की व्यवस्था वन्यजीवों को किसी भी तरह के संक्रमण से बचाने के लिए की गई है। स्थिति सामान्य होने तक जू में तैनात कर्मचारियों को जू में रहना होेगा। – एम. मर्सिबेला, डायरेक्टर, जंगल सफारी

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