सीजीएसटी रायपुर आयुक्तालय दवारा गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की कुल संख्या बढ़कर 16 हुई

Shri Digvijay singh, chief judicial magistrate, Raipur

Report manpreet singh

Raipur chhattisgarh VISHESH हाल ही में सीजीएसटी रायपुर द्वारा विशिष्ट खुफिया जानकारी, डेटा विश्लेषण और व्यापक निगरानी के आधार पर फर्जी बिल बनाने और केवल इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) पारित करने के उद्‌देश्य से बनाए गए 13 फर्जी फमों के एक नेटवर्क का भंडाफोड़ किया गया था। रैकेट के मास्टरमाइंड श्री हेमन्त कसेरा को भी 04.04.2024 को गिरफ्तार कर लिया गया था ।

आगे जांच करने पर यह पाया गया कि हेमंत कसेरा द्वारा संचालित फर्मों द्वारा इस तरह की फर्जी आईटीसी की बड़ी मात्रा रायपुर में स्थित मेसर्स बंसल ट्रेडर्स, मेसर्स ओम ट्रेडर्स और मेससे एचएमएस ट्रेडर्स को पारित किया गया है। तदनुसार, तत्पर कार्रवाई की गई और उपरोक्त फमो के व्यावसायिक परिसरों की तलाशी ली गई। जांच करने पर पता चला कि इन 03 फर्मों का नियंत्रण और प्रबंधन श्री संदीप बंसल द्वारा किया जाता है। दस्तावेजों, खातों और रिटर्न की गहन जाच के बाद यह पाया गया कि श्री बंसल ने न केवल हेमंत कसेरा से बल्कि दिल्ली की 25 से अधिक फर्जी फर्मों से भी फर्जी बिल खरीदे हैं। तथ्यों और सबूतों के आधार पर कड़ाई से पूछताछ करने पर, श्री संदीप बसल ने कर चोरी के इरादे से फर्जी बिल खरीदने और 6.94 करोड़ रुपये की फर्जी आईटीसी का लाभ उठाने की बात स्वीकार की।

तदनुसार, केंद्रीय जीएसटी टीम ‌द्वारा संदीप बंसल को सीजीएसटी अधिनियम, 2017 की धारा 69 (1) के तहत 16.04.2024 को गिरफ्तार किया गया और अदालत में पेश किया गया और माननीय सीजेएम अदालत ने आरोपी की न्यायिक हिरासत प्रदान की है।

सीजीएसटी रायपुर कर चोरों के खिलाफ और विशेष रूप से फर्जी बिलिंग के कारोबार में शामिल करदाताओं के खिलाफ सख्त प्रवर्तन कार्रवाई कर रहा है। इन गिरफ्तारियों के साथ, 2017 में जीएसटी कानून लागू होने के बाद से फर्जी बिलिंग के संबंध में सीजीएसटी रायपुर आयुक्तालय दवारा गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की कुल संख्या बढ़कर 16 हो गई है।

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