एनआईटी रायपुर में मानसिक स्वास्थ्य सुधार हेतु ज्ञानवर्धक सत्र का किया गया आयोजन

Report manpreet singh

Raipur chhattisgarh VISHESH राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान रायपुर विश्व स्वास्थ्य दिवस को चिह्नित करने हेतु 4 अप्रैल 2024 को ‘एम्पावरिंग एजुकेटर्स’ थीम पर फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (एफडीपी) और 5 अप्रैल 2024 को एक एग्जाम सीज़न सर्वाइवल गाइड- ‘थ्राइव थ्रू टेस्ट्स’ का आयोजन किया गया । वर्ल्ड हेल्थ डे हर वर्ष 7 अप्रैल को मनाया जाता है | इस कार्यक्रम की मुख्य वक्ता कुमारी शिवली श्रीवास्तव, मनोवैज्ञानिक और बेटरस्पेस की सह संस्थापक रही । सेमिनार स्वस्थ संचार, सामाजिक-भावनात्मक शिक्षा और कक्षा के अंदर और बाहर छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य को उत्तम रखने की नीतियों पर केंद्रित था।

यह कार्यक्रम डीन स्टूडेंट वेलफेयर, स्वास्थ्य सेवा विभाग और एनआईटी रायपुर के छात्र मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण समिति, द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया था। कार्यक्रम का संचालन एसोसिएट डीन (स्टूडेंट वेलफेयर) डॉ. एम.के.प्रसाद, चिकित्सा अधिकारी डॉ. सौम्या अग्रवाल, और कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग के सहायक प्रोफेसर डॉ. दीपक सिंह द्वारा किया गया।

संस्थान के निदेशक डॉ. एन.वी. रमना राव, डीन (प्लानिंग एंड डेवलपमेंट) डॉ. आर.के. त्रिपाठी, डीन (अकादमिक) डॉ श्रीश वर्मा और डीन (स्टूडेंट वेलफेयर) डॉ. नितिन जैन ने अपनी उपस्थिति से इस अवसर की शोभा बढ़ाई। इस दौरान अन्य फैकल्टी मेंबर्स और विद्यार्थी भी मौजूद रहे |

पहले दिन सभा को संबोधित करते हुए, डॉ. एन.वी. रमना राव ने छात्रों के बीच तनाव मुक्त वातावरण बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य को उत्तम रखने के लिए शिक्षकों की भूमिका को महत्त्वपूर्ण बताया |

इसके बाद फैकल्टी डेवलप्मेंट कार्यक्रम में कुमारी शिवली श्रीवास्तव के नेतृत्व में ज्ञानवर्धक सत्र आयोजित किया गया । शिवली श्रीवास्तव ने स्वस्थ संचार और सामाजिक-भावनात्मक शिक्षा के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए अपनी विशेषज्ञता से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया, जो शिक्षकों और छात्रों के बीच सकारात्मक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण है।

फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम ने छात्रों और शिक्षकों के मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने का माहौल बनाया। संस्थान का लक्ष्य सहयोगात्मक प्रयासों और विभिन्न पहलुओं के माध्यम से, छात्र कल्याण और शैक्षणिक उत्कृष्टता की संस्कृति को बढ़ावा देना है।

दूसरे दिन 5 अप्रैल को शिल्पी श्रीवास्तव ने सत्र की शुरुआत बेटरस्पेस के परिचय के साथ की जो लोगों के मानसिक और यौन स्वास्थ्य और समग्र कल्याण के लिए काम करता है। यह 35 भाषाओं और बोलियों में लोगों के मानसिक स्वास्थ को उत्तम रखने के लिए काम करता है। उन्होंने तनाव, इसके कारणों और इससे जुड़ी अन्य चिंताओं के बारे में बात की और हैंड ब्रेन मॉडल का उपयोग करके ब्रेन के स्ट्रक्चर को उन्होंने समझाया। उन्होंने कुछ प्रमुख उपाय बताए जो बेहतर तनाव प्रबंधन, इसे सकारात्मक रूप से संभालने और चिंताजनक समाधानों से निपटने में मदद कर सकती हैं जिसमें नियमित व्यायाम, स्वस्थ आहार, उचित नींद कार्यक्रम, स्क्रीन समय में कटौती, समय प्रबंधन, वर्तमान पर ध्यान केंद्रित करना और सीमाएं निर्धारित करना इत्यादि शामिल रहा ।

दूसरे वक्ता सत्र को हेल्थकेयर प्रोफेशनल और एनआईटी रायपुर की चिकित्सा अधिकारी डॉ. सौम्या अग्रवाल ने संबोधित किया, उन्होंने हमारे रूप और शरीर की जीवंतता पर जोर दिया, सर्वोत्तम स्वास्थ्य प्राप्त करने के लिए ज्ञान के कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर उन्होंने चर्चा की। उन्होंने स्वस्थ् आहार पानी के महत्व, शारीरिक व्यायाम के महत्व, अच्छी नींद का शेड्यूल बनाए रखने, अच्छी स्वच्छता और दैनिक दिनचर्या पर भी चर्चा की। दूसरे दिन का समापन एक इंटरैक्टिव प्रश्न और उत्तर सत्र के साथ हुआ।

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