लोक डाउन की छूट में सीमेंट कंपनियो की ‘लूट’ शुरू… 30 से 50 रूपए महंगा हुआ बोरी , क्या छत्तीसगढ शासन को पता नहीं

रिपोर्ट मनप्रीत सिंग

रायपुर छत्तीसगढ विशेष :

   

रायपुर. देशभर में लॉक डाउन के बाद कुछ राज्य केंद्र के निर्देशानुसार 20 अप्रैल से उन क्षेत्रों में छूट दे रहा है, जहां कोरोना का संक्रमण नहीं है. इस छूट में सिविल वर्क भी शामिल है. यही कारण है कि अब छत्तीसगढ़ में सीमेंट के दाम पर लूट शुरू हो गई है.

सीमेंट अब करीब 30 रुपए बढ़कर 280 रुपए तक पहुंच गया है.छत्तीसगढ विशेष ने विशेष रूप से इस विषय पर पहले भी धावा बोला था , अभी भी कई व्यापारी से बात करने पर वे  बोल रहे है की सरकार के मर्जी के बिना सीमेंट के रेट बढना नामुनकिन है क्या  इससे ये अभिप्राय निकलता है की शासन भी इस बड़े हुए रेट के साथ है , भुपेश  शासन में रेट बढ़ना की बड़ी बात नहीं है , क्यों  कांग्रेस शासन सीमेंट कारोबारियो का हमदर्द बन रहा है किसी से ये नहीं छुपा है । वहीं अगले एक हफ्ते में यदि दाम पर नियंत्रण नहीं रहा तो सीमेंट करीब 300 रुपए तक पहुंचने की संभावतना जताई जा रही है. वहीं सीमेंट के व्यापारियों के मुताबिक लॉक डाउन के 34 दिन पहले सीमेंट 250 रुपए प्रति बोरी के हिसाब से बिक रहा था, लेकिन तब कुछ खास डिमांड सीमेंट की नहीं थी.

लेकिन अब जब कुछ क्षेत्रों में लॉक डाउन खुला है तो सीमेंट कडिमांडा काफी बढ़ गई है, यही कारण है कि सीमेंट एक साथ 30 रुपए प्रति बोरी के हिसाब से महंगा हो गया.

सीमेंट की कीमतों में हुई बढ़ोतरी को लेकर राज्य की सियासत भी गरमा सकती है. रियल इस्टेट कारोबारी भी जब यह मान रहें कि लॉक डाउन के पहले तक सीमेंट उद्योग कतई घाटे में नहीं थे. हालांकि सीमेंट के दाम बढ़ने के बाद अब तक किसी भी राजनीतिक पार्टी की ओर से इसकी प्रतिक्रिया नहीं आई है.

लेकिन उम्मीद है कि सीमेंट के दाम बढ़ने का पूरा मामला जल्द गरमा सकता है और इस मामले में सिसायत भी तेज हो सकती है.अब देखना ये है की कांग्रेस कार्येकाल में सीमेंट का और कितना रेट बढ़ना बाकि है ।

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