संसदीय सचिव के प्रयास से मेडिकल कॉलेज में स्टाफ नर्स की भर्ती
पहले चरण में बीस स्टॉफ नर्स के पदों पर हुई भर्ती, मरीजों को समय से दवाएं और इंजेक्शन मिल सकेंगीं
नर्सिंग ऑफिसर एसोसिएशन मेडिकल कॉलेज के पदाधिकारियों ने जताया संसदीय सचिव का आभार
महासमुंद। संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर के प्रयास से मेडिकल कॉलेज महासमुन्द में स्टॉफ नर्स की भर्ती शुरू हो रही है। पहले चरण में करीब 20 स्टाफ नर्स की भर्ती की जा चुकी है। जिस पर नर्सिंग ऑफिसर एसोसिएशन मेडिकल कॉलेज महासमुंद के पदाधिकारियों ने संसदीय सचिव श्री चंद्राकर का आभार जताया है।यहां यह बताना लाजिमी होगा कि पिछले दिनों नर्सिंग ऑफिसर एसोसिएशन मेडिकल कॉलेज महासमुंद के पदाधिकारियों ने मुलाकात कर स्टॉफ नर्स की भर्ती की ओर ध्यानाकर्षित कराया था। इस दौरान उन्होंने बताया था कि मेडिकल कॉलेज महासमुन्द में नियमित पद पर अभी तक एक भी स्टॉफ नर्स की नियुक्ति नहीं की गई। लिहाजा पदोन्नति में आई 31 नर्सिंग सिस्टर व जिला हॉस्पिटल की 45 स्टॉफ नर्स मेडिकल कॉलेज की व्यवस्था संभाल रही हैं। उन्होंने बताया कि नर्सिंग सिस्टर को दबावपूर्वक पद के विरुद्ध अतिरिक्त एमआरडी, डाटा, कंप्यूटर ऑपरेटर जैसे अतिरिक्त कार्य कराए जा रहे हैं। जिससे उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने महासमुन्द मेडिकल कॉलेज में स्टॉफ नर्स की भर्ती प्रक्रिया शीघ्र ही शुरू कराए जाने की मांग की। जिस पर संसदीय सचिव श्री चंद्राकर ने इस दिशा में उचित पहल करने का आश्वासन दिया था। इधर संसदीय सचिव व विधायक श्री चंद्राकर के प्रयास से मेडिकल कॉलेज में स्टॉफ नर्स की भर्ती की प्रक्रिया शुरू हो गई है। पहले चरण में करीब बीस स्टॉफ नर्स की भर्ती की जा चुकी है। जिस पर नर्सिंग ऑफिसर एसोसिएशन मेडिकल कॉलेज महासमुंद के अध्यक्ष जयलक्ष्मी, उपाध्यक्ष विद्या देवांगन, सचिव इंद्रा दुग्गा आदि पदाधिकारी आज शनिवार की सुबह संसदीय सचिव व विधायक श्री चंद्राकर से मुलाकात कर स्टाफ नर्स की भर्ती प्रक्रिया के लिए प्रयास करने पर आभार जताते हुए कहा कि अब यहां बेहतर सुविधा मुहैया कराने में आसानी हो सकेगी। इधर संसदीय सचिव श्री चंद्राकर ने कहा कि मेडिकल कॉलेज महासमुंद में व्यवस्था सुधारने व सुविधाएं मुहैया कराने हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। बीस स्टाफ नर्स को मिलाकर यहां अब 58 स्टॉफ नर्स की ड्यूटी होने से इलाज के लिए आने वाले मरीजों को निश्चित रूप से लाभ मिल सकेगा। मरीजों को समय से दवाएं और इंजेक्शन मिलेगी।