2500 सूअर मरे, भारत पहुंचा अफ्रीकन फ्लू
रिपोर्ट मनप्रीत सिंग
रायपुर छत्तीसगढ विशेष : गुवाहाटी , कोरोना वायरस संकट के बीच देश में एक नई बीमारी ने पनपता शुरू कर दिया है। भारत में रविवार को इसका पहला मामला सामने आया है। इसका नाम अफ्रीकन स्वाइन फ्लू है। असम में इसका पहला केस सामने आया है। असम सरकार ने रविवार को कहा कि राज्य में अफ्रीकी स्वाइन फ्लू का पहला मामला पाया गया है और इससे 306 गांवों में 2,500 से अधिक सूअर मारे जा चुके हैं।विशेषज्ञों की मानें तो यह आसानी से इंसानों तक भी पहुंच सकता है। चीन में यह प्रकोप पहले से ही चल रहा है, जिस कारण वहां के करीब 40 प्रतिशत सूअरों का सफाया हो चुका है। शुरुआत में खुले घूम रहे सूअर ही इसकी चपेट में आए, लेकिन बाद में यह फॉर्म तक पहुंच गई।असम के पशुपालन और पशु चिकित्सा मंत्री अतुल बोरा ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार केंद्र से मंजूरी होने के बाद भी तुरंत सूअरों को मारने के बजाय इस घातक संक्रामक बीमारी को फैलने से रोकने के लिए कोई अन्य रास्ता अपनाएगी। बोरा ने बताया कि इस बीमारी का कोविड-19 से कोई लेना-देना नहीं है। फिलहाल मंत्री का कहना है कि यह इंसानों तक नहीं पहुंच सकता। फिलहाल उस जगहों के सूअरों को खाने में खतरा नहीं है जहां यह इंफेक्शन नहीं है।बोरा ने कहा, ‘राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान (एनआईएचएसएडी) भोपाल ने पुष्टि की है कि यह अफ्रीकी स्वाइन फ्लू (एएसएफ) है। केंद्र सरकार ने हमें बताया है कि यह देश में इस बीमारी का पहला मामला है।’ उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा 2019 की गणना के अनुसार सुअरों की कुल संख्या करीब 21 लाख थी लेकिन अब यह बढ़कर करीब 30 लाख हो गई है।