राज्य शासन शराब दुकान खोलने के फैसले पर करे पुनः विचार – पंकज चोपड़ा
रिपोर्ट मनप्रीत सिंह
रायपुर छत्तीसगढ़ विशेष : आज पूरी दुनिया COVID19 के महामारी से त्रस्त है। हमारे देश भारत मे भी COVID19 तेजी से फैल रहा है जिसके कारण देश के माननीय प्रधानमंत्री जी ने 22 मार्च को जनता कर्फ्यू लगाया। उसी दिन छत्तीसगढ़ में 31 मार्च तक लॉक डाउन की घोषणा कर दी। ठीक 2 दिन बाद 24 मार्च को आपने 25 मार्च से ओर देश मे लॉक डाउन की घोषणा कर दी। 22 मार्च से ही कई लोगो का व्यवसाय/रोजगार बंद हो गया। आपके निर्णय के साथ हमारी संस्था एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक ह्यूमन राइट्स 21 मार्च से ही खड़ी हो कर दिहाड़ी मजदूर एवं अन्य दैनिक रोजगार वाली की समस्या को समझते हुए छत्तीसगढ़ प्रदेश में राशन राहत पैकेट का वितरण शुरू कर 03 मई तक पूरे छत्तीसगढ़ प्रदेश में 10000 जरूरतमंद परिवारो तक अपनी जान की परवाह करते हुए राशन पहुचाने का कार्य इसलिए किया ताकि हमारे प्रदेश में कोई भी भाई बहन भूखा ना रहे।
आज जब कई व्यवसायियों का व्यापार लॉक डाउन के कारण बंद है एवं हर व्यवसायी को आर्थिक हानि हो रही है उस समय आपके नेतृत्व में राज्य शासन का शराब दुकान खोलने का निर्णय समझ से परे है। पहला तो शराब अत्यंत जरूरी चीज की श्रेणी में नही आता दूसरा शराब को आज भी सांस्कृतिक रूप से सम्पन्न हमारे देश मे एक सामाजिक बुराई के तौर पर देखा जाता है। आप को यहां याद दिलाना मुझे अत्यंत आवश्यक लग रहा है कि आज जब हर एक देश वासी की आर्थिक हालात खराब हो गयी है तब शराब पीने के लिए कई व्यक्ति पैसे कुछ ना कुछ गलत काम कर के लाएंगे जैसे हमारी जैसी संस्था या प्रशासन से राशन ले कर बेचना, सरकार द्वारा मदद के लिए दी गयी आर्थिक मदद को शराब में व्यय करना या फिर चोरी-डकैती करना भी हो सकता है। आंकड़े यह भी बताते है कि शराब पीने से प्रदेश-देश के क्राइम रेट बढ़ जाते है, एक्सीडेंट के हादसे में बढ़ोतरी होती है, पारिवारिक क्लेश भी बढ़ते हैं, इत्यादि इत्यादि।
अतः आप से हमारी संस्था का सविनम्र अनुरोध है कि इस सामाजिक बुराई को रोकने के किये एवं जनहित में आप शराब दुकान खोलने के इस फैसले को तत्काल वापस लेवे। साथ ही शराब दुकान खोने का निर्णय हर व्यापार के खुलने के कम से कम 3 महीने बाद ही लेवे जिससे इन 3 महीनों में हर प्रदेश वासी की आर्थिक स्थिति कुछ अच्छी हो जावे।
विशेष टिपण्णी : हमारी संस्था समपूर्ण भारत में शराब बंदी की पक्षकार है। अगर आप पूरे देश में पूर्ण शराबबंदी करने का निर्णय ले तो ज्यादा प्रसन्ता होगी एवं सभी प्रदेश वासी प्रदेश के विकास के लिए ज्यादा जोश एवं उमंग के साथ कार्य करेंगे। आशा है कि आप देश की जनता के हित मे शराब बंदी का निर्णय लेंगे।