मास्क अनिवार्य के साथ होंगे कॉलेज के पेपर — छत्तीसगढ़ में कॉलेज और विश्वविद्यालयों की परीक्षा जून में

 

रिपोर्ट मनप्रीत सिंह

रायपुर छत्तीसगढ़ विषेश ; कॉलेज और विश्वविद्यालयों की परीक्षाओं के लिए राज्य सरकार की ओर से गठित कमेटी ने अपनी अनुशंसा लगभग दे दी है। जून के दूसरे सप्ताह से परीक्षा हो सकती है। तमाम विश्वविद्यालयों ने ऑनलाइन परीक्षा कराने से इंकार कर दिया है। परीक्षा ऑफलाइन ही पहले की तरह होगी। ऑनलाइन परीक्षा कराने के लिए सभी विवि के पास इंटरनेट की कनेक्टिविटी नहीं है। एक साथ ही सभी विद्यार्थियों के लिए कंप्यूटर की उपलब्धता नहीं है न ही टेक्निीशियन हैं। नए सिरे से परीक्षा के लिए अलग से खर्च करना पड़ेगा, पहले ही प्रश्न पत्र छपवाने में करोड़ों रुपये खर्च हो चुके हैं।इस बार परीक्षार्थियों के शारीरिक दूरी को लेकर कुछ नियम बनाए गए हैं, जिनका पालन करना अनिवार्य होगा। परीक्षार्थियों को मास्क पहनना अनिवार्य होगा। इसके साथ एक कक्षा में अब 40 की जगह 20 परीक्षार्थी ही बैठ पाएंगे। दरअसल परीक्षार्थियों के बीच एक मीटर की दूरी रखना अनिवार्य होगी। परीक्षा जल्द होगी इसके लिए गेप नहीं रखा जाएगा। रविवार अवकाश के दिन भी परीक्षा कराने को लेकर सहमति बनी है। उच्च शिक्षा विभाग की ओर से गठित उच्च स्तरीय कमेटी में पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. केशरीलाल वर्मा, दुर्ग विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. अरुणा पल्टा, बिलासपुर विवि के कुलपति डॉ. गौरीदत्त शर्मा, रविवि के कुलसचिव डॉ. गिरीशकांत पाण्डेय, उच्च शिक्षा विभाग के एडिशनल डायरेक्टर डॉ. पीसी चौबे ने सभी अनुशंसाओं को एकत्रित कर दिया है। रिपोर्ट नौ मई को राज्य सरकार को सौंपी जाएगी। सूत्रों के मुताबिक यदि लॉकडाउन खत्म होने के बाद कोरोना महामारी में कमी आती है तो जून के दूसरे हफ्ते से परीक्षा ली जा सकती इस बार अंतिम वर्ष की परीक्षाएं पहले होंगी। इन परीक्षाओं के परिणाम जल्द निकाले जाएंगे। इसके बाद कॉलेजों में दाखिला अगस्त और सितंबर में होगा। इसके लिए ऑनलाइन प्रक्रिया होगी। छात्र-छात्राओं को कॉलेज या विवि में लाइन लगाने की जरूरत नहीं होगी। कॉलेज और विवि की वेबसाइट से ही फार्म लेकर वे आसानी से फार्म भर सकेंगे। सूत्रों की मानें तो कमेटी में परीक्षा के घंटों को कम करने को लेकर मतभेद है। युनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (यूजीसी) ने विश्वविद्यालयों को तीन के बजाय दो घंटे की परीक्षा लेने का सुझाव दिया था। इस पर रविवि प्रबंधन ने फिलहाल अपने सिलेबस के अनुसार ही परीक्षा लेने के लिए निर्णय लेगा। बताया जाता है कि जिस हिसाब से विश्वविद्यालय के प्रश्न पत्र सेट किए गए हैं वह सिलेबस के अनुसार है। इसे हल करने के लिए परीक्षार्थियों को कम से कम तीन घंटे जरूरी हैं। यदि समय कम किया तो ऑर्डिनेंस में इसे पास कराना भी पड़ेगा।कॉलेज और विवि की परीक्षा में शारीरिक दूरी का पालन करने की अनिवार्यता रखी जाएगी। परीक्षार्थियों को मास्क लगाना होगा। परीक्षा केंद्रों पर सैनिटाइजर रखवाया जाएगा। परीक्षा केंद्रों में सैनिटाइजर और बाथरूम में स्वच्छता के लिए विशेष गाइडलाइन जारी की जाएगी ताकि संक्रमण न हो। बता दें कि रविवि समेत अन्य विश्वविद्यालयों की वार्षिक परीक्षाएं कोरोना वायरस के कारण स्थगित हो चुकी हैं। स्नातक स्तर पर बीए, बीकॉम, बीएससी और बीएचएससी आदि की परीक्षाएं कोरोना की वजह से स्थगित कर दी गई थीं। अब ये परीक्षाएं दो महीने देर से होंगी।

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