सात सौ करोड़ से एलएंडटी बनाएगी IIT भिलाई – पीएम मोदी ने जिस IIT भिलाई की रखी नींव उसके कैंपस निर्माण का टेंडर जारी

Report manpreet singh 

Raipur chhattisgarh VISHESH : पीएम मोदी ने जिस IIT भिलाई की रखी नींव उसके कैंपस निर्माण का टेंडर जारी, सात सौ करोड़ से एलएंडटी बनाएगी, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान आईआईटी  के कुटेलाभाठा में स्थाई कैंपस का निर्माण कंस्टक्शन के क्षेत्र में पहचान रखने वाली कंपनी एलएंडटी करेगी। 

 भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान आईआईटी  के कुटेलाभाठा में स्थाई कैंपस का निर्माण कंस्टक्शन के क्षेत्र में पहचान रखने वाली कंपनी एलएंडटी करेगी। पहले फेज के निर्माण कार्य में 700 करोड़ का खर्च आएगा। सरकार ने इस निर्माण कार्य के लिए पहले ही एक हजार करोड़ स्वीकृत भी कर दिए हैं। केंद्रीय पीडब्ल्यूडी ने कैंपस निर्माण के लिए टेंडर की प्रक्रिया पूरी की थी, जिसमें एलएंडटी ने बाजी मार ली। कैंपस की लोकेशन, टोपोग्राफिकल सर्वे जैसे काम पहले ही पूरी कराए जा चुके हैं, लेकिन आईआईटी ने अभी ये साफ नहीं किया है कि ये काम शुरू कब से होगा।

आईआईटी भिलाई ने कुटेलाभाठा की 130.230 हेक्टेयर भूमि के अलावा शासन से अतिरिक्त 27 एकड़ जमीन की मांग की थी, जिसके लिए शासन ने हामी भर दी है। जिला प्रशासन जल्द इसकी प्रक्रिया कराएगा। आईआईटी भिलाई के डायरेक्टर प्रो. रजत मूना ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा है कि चिन्हिंकित जमीन में अभी दो नाले शामिल है, जिसका आईआईटी के लिए कोई उपयोग नहीं। उलटा इनसे भविष्य में परेशानियां खड़ी होगी। यह नाले करीब 15 एकड़ जमीन को प्रभावित कर रहे हैं। इसके साथ ही राज्य शासन से हाल में चर्चा हुई है, जिसमें आइआइटी के लिए बिजली और पानी उपलब्ध कराने को लेकर भी शासन ने सहमति दे दी है।

 एप्रोच रोड बन रहा रोड़ा

आईआईटी ने मास्टर प्लान में एप्रोच रोड के लिए अलग व्यवस्था की थी। संस्थान ने इस एप्रोच रोड को आईआईटी के लेवल का नहीं माना है। एप्रोच रोड प्रस्तावित जमीन के अंदर आ गई है। आईआईटी की जमीन दो हिस्सों में बंटी हुई है, जबकि दोनों हिस्सों के बीच सड़क है, जबकि कैंपस के बीच से सड़क बनाना नॉम्र्स में है ही नहीं। आईआईटी ने कहा है कि इस सड़का को आधा ही उपयोग में लाया जा सकता है। एप्रोच रोड को दोनों तरफ से इस तरह जोड़ा गया है कि इसे हटाना ही पड़ेगा। यही नहीं आईआईटी के लिए इस रोड की चौड़ाई भी काफी नहीं है।

पीएम मोदी ने रखी थी नींव

आईआईटी स्थायी कैम्पस की नींव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 जून 2018 को रखी थी। तीन चरणों में निर्माण के पहले फेज के लिए ही एमएचआरडी ने हजार करोड़ रुपए पारित किए हैं। कैंपस का नक्शा दिल्ली आर्किटेक्चर कंपनी कनविंदे राय एंड चौधरी फर्म ने तैयार किया। इसके लिए भी आईआईटी ने करीब 15 करोड़ रुपए खर्च किए।

जानिए… आईआईटी को कितनी मिली जमीन

भिलाई इस्पात संयंत्र ने कुटेलाभाठा और खपरी में अपने स्वामित्व की 130.230 हेक्टेयर भूमि आईआईटी भिलाई को हस्तांतरित कर दी है। राज्य सरकार और बीएसपी के मध्य हुए एमओयू की शर्तों के तहत संयंत्र ने कुटेलाभाठा की 117.92 व ग्राम खपरी की 12.31 हेक्टेयर भूमि राज्य सरकार को सौंपी है। डॉ. रजत मूना, डायरेक्टर, आईआईटी भिलाई ने बताया कि कुटेलाभाठा में कैंपस निर्माण का टेंडर निकल गया है। यह टेंडर एलएंडटी को मिला है। फिलहाल कोरोना वायरस की वजह से इसका काम शुरू नहीं हो पाया है। इससे पहले क्षेत्र में नाले, एप्रोच रोड, बिजली जैसी जरूरतों के लिए सरकार से बात की गई है।

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