पीएम मोदी का संदेश- श्वसन तंत्र पर हमला करता है कोविड-19, प्राणायाम से करें मजबूत
Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH :प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि योग एकता की एक शक्ति के रूप में उभरा है और यह नस्ल, रंग, लिंग, धर्म और राष्ट्रों के आधार पर भेदभाव नहीं करता है। छठे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर अपने संदेश में उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के कारण दुनिया को योग की आवश्यकता पहले के मुकाबले कहीं अधिक महसूस हो रही है। उन्होंने कहा कि अगर हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है तो इससे इस बीमारी को हराने में काफी मदद मिलेगी। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए योग में कई तकनीक, विभिन्न आसन हैं। पीएम मोदी ने कहा कि कोविड-19 हमारे श्वसन तंत्र पर हमला करता है जो प्राणायाम या सांस लेने संबंधी अभ्यास से मजबूत होता है।
अपना कार्य सही ढंग से करना ही योग
हमारे यहां कहा गया है- युक्त आहार विहारस्य, युक्त चेष्टस्य कर्मसु। युक्त स्वप्ना-व-बोधस्य, योगो भवति दु:खहा।। अर्थात्, सही खान-पान, सही ढंग से खेल-कूद, सोने-जागने की सही आदतें, और अपने काम, अपनी ड्यूटी को सही ढंग से करना ही योग है।
एक सजग नागरिक के रूप में हम परिवार और समाज के रूप में एकजुट होकर आगे बढ़ेंगे। हम प्रयास करेंगे कि योग एट होम और योग विद फैमिली को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं। हम जरूर सफल होंगे, हम जरूर विजयी होंगे।
गीता में भगवान कृष्ण ने योग की व्याख्या करते हुए कहा है- ‘योगः कर्मसु कौशलम्’ अर्थात्, कर्म की कुशलता ही योग है। एफिशिएंशी इन एक्शन इज योग।
योग का अर्थ है- ‘समत्वम् योग उच्यते’
योग का अर्थ ही है- ‘समत्वम् योग उच्यते’ अर्थात, अनुकूलता-प्रतिकूलता, सफलता-विफलता, सुख-संकट, हर परिस्थिति में समान रहने, अडिग रहने का नाम ही योग है।
स्वामी विवेकानंद कहते थे…
स्वामी विवेकानंद कहते थे- ‘एक आदर्श व्यक्ति वो है जो नितांत निर्जन में भी क्रियाशील रहता है, और अत्यधिक गतिशीलता में भी सम्पूर्ण शांति का अनुभव करता है।’ किसी भी व्यक्ति के लिए ये एक बहुत बड़ी क्षमता होती है।
प्राणायाम रोजाना करें
आप प्राणायाम को अपने रोजाना अभ्यास में जरूर शामिल करिए, और अनुलोम-विलोम के साथ ही दूसरी प्राणायाम तकनीकों को भी सीखिए।
हमारे श्वसन तंत्र पर हमला करता है कोविड19
कोविड19 वायरस खासतौर पर हमारे श्वसन तंत्र, यानि कि रेस्पिरेट्री सिस्टम पर अटैक करता है। हमारे रेस्पिरेट्री सिस्टम को स्ट्रॉन्ग करने में जिससे सबसे ज्यादा मदद मिलती है वो है प्राणायाम, यानि कि ब्रीदिंग एक्सरसाइज।
योग से ऊर्जा का संचार
बच्चे, बड़े, युवा, परिवार के बुजुर्ग, सभी जब एक साथ योग के माध्यम से जुड़ते हैं, तो पूरे घर में एक ऊर्जा का संचार होता है। इसलिए, इस बार का योग दिवस, भावनात्मक योग का भी दिन है, हमारी फैमिली बॉन्डिंग को भी बढ़ाने का दिन है।
जो हमें जोड़े, वही तो योग है
जो हमें जोड़े, साथ लाये वही तो योग है। जो दूरियों को खत्म करे, वही तो योग है। कोरोना के इस संकट के दौरान दुनिया भर के लोगों का My Life – My Yoga वीडियो ब्लॉगिंग कंपटीशन में हिस्सा लेना, दिखाता है कि योग के प्रति उत्साह कितना बढ़ रहा है।
योग दिवस की बधाई दी
छठे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की आप सभी को बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं। योग दिवस का ये दिन एकजुटता का दिन है। ये विश्व बंधुत्व के संदेश का दिन है।
प्रधानमंत्री मोदी का राष्ट्र के नाम संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का राष्ट्र के नाम संदेश शुरू।
पीएम मोदी का संदेश- श्वसन तंत्र पर हमला करता है कोविड-19, प्राणायाम से करें मजबूत
कोरोना महामारी के बीच इस साल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस डिजिटल माध्यमों के जरिए मनाया जागा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मौके पर सुबह 6.30 बजे से राष्ट्र के नाम संदेश देंगे। योग दिवस दुनियाभर में पहली बार 21 जून 2015 को मनाया गया था। परंतु यह पहला मौका है जब इसे डिजिटल तरीके से मनाया जाएगा। बता दें संयुक्त राष्ट्र महासभा में 11 दिसंबर 2014 को घोषणा की गई थी कि हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाएगा।
योग दिवस घर पर मनाने की अपील
छठे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस से पहले बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक वीडियो संदेश में कहा कि योग कोविड-19 महामारी द्वारा उत्पन्न कई चुनौतियों का बहुआयामी समाधान मुहैया कराता है।
उन्होंने लोगों से अपील की कि वे कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर इस बार यह दिवस अपने घरों में ही मनाएं। पीएम मोदी ने कहा कि ये समय दूरी बनाए रखने का है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि योग दूरी को खत्म करता है? योग चीजों को जोड़ता या एकसाथ लाता है। उन्होंने कहा कि योग मन और शरीर के बीच की दूरी को समाप्त करता है, जो कई समस्याओं की जड़ है।
उन्होंने कहा कि योग के नियमित अभ्यास से भावनात्मक शक्ति और सहानुभूति मिलती है। हम यह समझने लगते हैं कि अन्य लोग भी हमारे जैसे ही संघर्ष से गुजर रहे होंगे, इसलिए हम जरूरत में किसी के लिए कंधा बन जाते हैं।
पीएम मोदी ने इस वर्ष का विषय ‘घर पर योग’ और ‘परिवार के साथ योग’ होने का जिक्र करते हुए कहा कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए इसे घर के अंदर ही मनाया जाना चाहिए।
इस बीच आयुष मंत्रालय ने कहा है वह अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर विशेष कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। इसके तहत प्रधानमंत्री का संदेश 21 जून को सुबह 6.30 बजे टेलीविजन पर प्रसारित किया जाएगा। इस साल योग दिवस विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मंचों के माध्यम से मनाया जाएगा।
मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है कि प्रधानमंत्री के संदेश के बाद मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान का एक दल 45 मिनट के ‘कॉमन योग प्रोटोकॉल’ (सीवाईपी) का प्रदर्शन करेगा।