104 नक्सली वारदात के आरोपी 15 लाख के इनामी माओवादी नक्सली कमांडर मिथिलेश सिंह उर्फ दुर्योधन महतो उर्फ बड़ा बाबू ने पुलिस एवं सीआरपीएफ के अफसरों के समक्ष सरेंडर कर दिया
Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH रांची कुल 104 नक्सली वारदात के आरोपी 15 लाख के इनामी माओवादी नक्सली कमांडर मिथिलेश सिंह उर्फ दुर्योधन महतो उर्फ बड़ा बाबू ने शुक्रवार को रांची में झारखंड पुलिस एवं सीआरपीएफ के अफसरों के समक्ष सरेंडर कर दिया। मिथिलेश पिछले तीस वर्षों से पुलिस के लिए मोस्ट वांटेड था। उसपर पुलिस स्टेशन और सीआरपीएफ कैंप पर हमला बोलकर पुलिसकर्मियों के हथियार लूटने सहित हत्या, आगजनी, लेवी वसूली के आरोप हैं।
इन दिनों पुलिस और सुरक्षा बलों के लगातार बढ़ते दबाव और नक्सल प्रभावित इलाकों की घेराबंदी के बाद वह पुलिस अफसरों के संपर्क में आया और हथियार डालने की इच्छा जताई।शुक्रवार को जब उसने रांची रेंज के आईजी कार्यालय में सरेंडर किया, तब झारखंड पुलिस के आईजी अभियान एवी होमकर, रांची रेंज के आईजी पंकज कंबोज सहित राज्य पुलिस और सीआरपीएफ के कई आला अधिकारी मौजूद थे।पुलिस अफसरों ने बताया कि झारखंड के उतरी छोटानागपुर प्रमंडल के अंतर्गत ऊपरघाट, झुमरा पहाड़, विष्णुगढ़ और रामगढ़, बोकारो आदि इलाकों में नक्सली गतिविधियों की कमान दुर्योधन के जिम्मे थी। वह 90 के दशक में छात्र संगठन से जुड़कर माओवादी संगठन में शामिल हुआ था। समय गुजरने के साथ उसका ओहदा बढ़ता गया।2001 में उसे माओवादी संगठन में झारखंड रीजनल कमेटी का सदस्य बना दिया गया। इस बीच दुर्योधन एक बार गिरफ्तार होकर जेल गया। जेल से साल 2013 में बाहर निकलने के बाद वह दोबारा नक्सली संगठन में शामिल हो गया था। साल 2018 में उसे फिर से झारखंड रीजनल कमेटी का सदस्य बनाया गया।मूलरूप से धनबाद जिले के तोपचांची प्रखंड अंतर्गत गेंदनावाडीह के रहने वाले मिथिलेश सिंह का नाम झुमरा पहाड़ पर बने सीआरपीएफ कैंप पर हमला और खासमहल के सीआइएसएफ बैरक पर हमला कर हथियार लूट की घटना में सुर्खियों में आया था। वर्ष 2003 में चंद्रपुरा रेलवे स्टेशन पर स्थित पुलिस थाने पर हमला कर उसने करीब दो दर्जन हथियार लूट लिए थे। मिथिलेश पर बोकारो में 58, चतरा में पांच, सरायकेला खरसावां में चार, खूंटी में 3 चाईबासा में 2, हजारीबाग में 26, धनबाद में एक और गिरिडीह जिले में पांच मामले दर्ज हैं।बता दें कि इसके पहले गुरुवार को भी झारखंड के चतरा जिला निवासी 15 लाख के इनामी माओवादी नक्सली अभ्यास भुइयां उर्फ प्रेम भुइयां ने बिहार की गया पुलिस के समक्ष हथियार के साथ सरेंडर किया था। उसपर बिहार की पुलिस ने भी 25 हजार का इनाम घोषित कर रखा था।