युवा नर बाघ के शिकार की आशंका, क्लच वायर से पेड़ पर लटका मिला बाघ का शव,असमय दर्दनाक मौत, सीएम ने बुलाई आपात बैठक
Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH पन्ना, पन्ना जिले के विक्रमपुर गांव के नजदीक फंदा लगाकर बाघ के शिकार मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने आवास पर आपात बैठक बुलाई है। बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, पुलिस महानिदेशक सुधीर कुमार सक्सेना, वन बल प्रमुख आरके गुप्ता, अपर प्रधान मुख्य वनसंरक्षक वन्यप्राणी शुभरंजन सेन, सागर संभागायुक्त, आइजी, पन्ना कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक सहित अन्य अधिकारी शामिल हुए हैं। पन्ना टाइगर रिजर्व घूमने गए अपर मुख्य सचिव वन जेएन कंसोटिया बैठक में वर्चुअल शामिल हुए हैं।
टाइगर स्टेट मध्य प्रदेश में बाघों के शिकार के मामले सामने आते रहते हैं। इसी तरह पन्ना जिले के उत्तरी वनमंडल में विचित्र मामला सामने आया। बुधवार सुबह क्लच तार से बने फंदे पर लटका हुआ बाघ का शव मिला है। फंदा एक पेड़ की शाखा पर बना था और शव जमीन से छू रहा था। शव विक्रमपुर गांव में नर्सरी के पास एक पेड़ से लटका मिला है। बाघ को इस तरह से फंदा लगाकर लटकाने का मामला आश्चर्य का विषय बना हुआ है। उसके शिकार की आशंका जताई जा रही है। वन विभाग और पन्ना टाइगर रिजर्व की टीम मौके पर पहुंच गई है। जांच जारी है l
वन अधिकारियों के मुताबिक शिकारियों द्वारा जंगल में लगाए गए फंदे की चपेट में आने से इस युवा बाघ की असमय दर्दनाक मौत हुई है। शिकारियों के फंदे के तार में फंसकर बाघ ने दम तोड़ा है। अनुमान है कि बाघकी मौत तीन-चार दिन पूर्व हुई होगी लेकिन बाघ के फंदे में फंसने व मौत की खबर वन अमले को मंगलवार की शाम को लगी। सीसीएफ छतरपुर संजीव झा ने बताया कि तक़रीबन दो वर्ष की उम्र के नर बाघ की मौत तार के फंदे से हुई है। फंदा लगाने वाले शिकारियों की खोजबीन जारी है। डाग स्क्वाड और एसटीएफ शिकार के इस मामले में तैनात किए गए हैं। मृत बाघ का पोस्टमार्टम वन्य प्राणी चिकित्सक डा. संजीव कुमार गुप्ता ने किया, इसके बाद बाघ के शव को वन अधिकारियों व एनटीसीए के प्रतिनिधि की मौजूदगी में जला दिया।
सीसीएफ छतरपुर संजीव झा ने बताया कि करीब दो वर्ष की उम्र के इस नर बाघ की मौत तार के फंदे से हुई है। फंदा लगाने वाले शिकारियों की खोजबीन की जा रही है। इसके लिए डाग स्क्वाड का भी सहारा लिया जा रहा है। झा ने बताया कि भोपाल से एसटीएफ की टीम भी पन्ना आ रही है जो शिकार के इस मामले की तहकीकात करेगी।
बता दें, कि क्लच तार दो पहिया वाहनों के क्लच में उपयोग होता है और यह काफी मजबूत होता है। इससे फंदा लगाकर बाघों के शिकार के कई मामले पहले भी सामने आ चुके हैं।
2009 में नहीं बचा था एक भी टाइगर
पन्ना टाइगर रिजर्व में 70 से भी अधिक बाघ हैं जो नए ठिकाने की तलाश में कोर व बफर क्षेत्र से बाहर टेरिटोरियल के जंगल पहुंच रहे हैं, जहां वे शिकारियों के जाल में फंस रहे हैं। 2009 में इस टाइगर रिजर्व में एक भी बाघ नहीं बचा था।