शिक्षाकर्मी संविलियन. — कुछ चेहरों मे अभी भी चिंता और मायूसी, शिक्षा विभाग लगा सूची सुधारने मे
manpreet singh Report
Raipur chhattisgarh VISHESH : इन चेहरों पर अब भी चिंता और मायूसी, सूची सुधारने में लगा शिक्षा विभाग रायपुर जिले के धरसीवां, तिल्दा, आरंग और अभनपुर विकासखंडों के सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले लगभग तीन दर्जन शिक्षाकर्मियों का नाम संविलियन सूची से गायब है, जबकि वे पात्रता के मापदंडों को पूरी करते हैं।कोरोना संकट के इस काल में राज्य सरकार ने शिक्षाकर्मियों के बहुप्रतीक्षित संविलियन का आदेश जारी करके छत्तीसगढ़ के हजारों शिक्षाकर्मियों के चेहरे पर मुस्कान तो बिखेर दी है, लेकिन सैकड़ों ऐसे चेहरे भी हैं, जिन पर अभी मायूसी छाई है। दरअसल, रायपुर जिले के धरसीवां, तिल्दा, आरंग और अभनपुर विकासखंडों के सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले लगभग तीन दर्जन शिक्षाकर्मियों का नाम संविलियन सूची से गायब है, जबकि वे पात्रता के मापदंडों को पूरी करते हैं। यह आंकड़ा सिर्फ रायपुर जिले के चार विकासखंडों के हैं, अगर पूरे प्रदेश में ऐसे शिक्षाकर्मियों की गिनती की जाए, जो संविलियन सूची में पात्र होने के बावजूद भी नहीं शामिल हो पाए, तो उनकी संख्या सैकड़ों में पहुंचने का अनुमान है। Also Read – कोरबा में बड़े घोटाले का वीडियो वायरल, पीएम आवास योजना में हुई हेरा-फेरी सूची जारी होने के बाद वंचित शिक्षाकर्मियों ने अपने अधिकारियों को इस बाबत जरूर सूचना दी है, लेकिन अब तक इस संबंध में कोई जवाब नहीं आया है। सूत्रों ने बताया कि सूची में संशोधन की तैयारी स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा की जा रही है। लेकिन, संशोधित सूची अभी जारी नहीं हुई है। जब तक संशोधित सूची जारी नहीं होगी, तब तक पात्र होने के बावजूद संविलियन सूची से नदारद शिक्षाकर्मियों की उदासी दूर नहीं होगी। गौरतलब है कि राज्य सरकार 16 हजार 278 शिक्षाकर्मियों का स्कूल शिक्षा विभाग में संविलियन कर रहा है। आज ही इस संबंध में स्कूल शिक्षा विभाग के अवर सचिव जनक कुमार द्वारा हस्ताक्षरित आदेश जारी किया हुआ है। स्कूल शिक्षा विभाग से जारी आदेश के मुताबिक 1 जुलाई तक 8 साल की सेवा पूरी कर चुके शिक्षाकर्मियों का संविलियन कर लिया जाएगा