एक तरफ नरेंद्र मोदी की सरकार आज युवाओं को नियुक्ति पत्र दे रही, वहीं छत्तीसगढ़ में सीएम भूपेश बघेल एसआई भर्ती स्थगित कर रोजगार छीन रहे – डॉ रमन सिंह
Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH : रायपुर। छत्तीसगढ़ में आरक्षण के मुद्दे पर चल रहे सियासी बवाल का असर अब प्रशासनिक भर्तियों पर पड़ने लगा है। आरक्षण के मुद्दे पर कोर्ट के फैसले का अब खराब असर दिखने लगा है। प्रदेश में भर्ती परीक्षाओं को टाला जाने लगा है। व्यापम ने पुलिस SI भर्ती परीक्षा को टाल दिया है। साथ ही तीन और सरकारी विभागों में स्टेनोग्राफर भर्ती के लिए चल रही कौशल परीक्षाओं को भी स्थगित कर दिया गया है।
छत्तीसगढ़ पुलिस में उप निरीक्षक और प्लॉटून कमांडर के विभिन्न पदों के लिये व्यापमं ने सितम्बर महीने से भर्ती प्रक्रिया शुरू की थी। इसकी लिखित परीक्षा 6 नवम्बर को होनी थी। वहीं, व्यापमं ने तीन सरकारी विभागों में स्टेनो टायपिस्ट और स्टेनोग्राफर भर्ती की कौशल परीक्षा को स्थगित किये जाने की जानकारी दी है। यह परीक्षा 29 अक्टूबर को बिलासपुर में आयोजित होनी थी। यह कौशल परीक्षा का दूसरा चरण था। शनिवार शाम को अचानक व्यापमं ने बताया कि इस परीक्षा को अपरिहार्य कारणों से स्थगित कर दिया गया है। आगे अब परीक्षा की आगामी तिथि की जानकारी व्यापमं की आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से जाएगी।
इसके बाद अब परीक्षा टलने की सूचना पर भी सियासत शुरू हो गई है।
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने सोशल मीडिया पर लिखा, एक तरफ नरेंद्र मोदी की सरकार आज युवाओं को नियुक्ति पत्र दे रही है। वहीं, छत्तीसगढ़ में सीएम भूपेश बघेल एसआई भर्ती स्थगित कर रोजगार छीन रहे हैं। इतिहास में पहली बार कोई परीक्षा अपरिहार्य कारणों से स्थगित हुई है। भूपेश सरकार ने युवाओं का भविष्य ताक पर रख दिया है।