टाटा स्टील जूलॉजिकल पार्क की लापरवाही और बाढ़ में डूबने से हुई तेंदुए की मौत के मामले में वन विभाग ने जू के निदेशक विपुल चक्रवर्ती पर मुकदमा दर्ज

Report manpreet singh

Raipur chhattisgarh VISHESH : जमशेदपुर. टाटा स्टील जूलॉजिकल पार्क की लापरवाही और बाढ़ में डूबने से हुई तेंदुए की मौत के मामले में वन विभाग ने जू के निदेशक विपुल चक्रवर्ती पर मुकदमा दर्ज कराया गया है. मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में जू के निदेशक पर वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.

ऐसा पहली बार हुआ है जब जानवरों की रखरखाव में लापरवाही के मामले में वन विभाग ने कार्रवाई की है. झारखंड के जमशेदपुर में बाढ़ में फंसने के कारण तेंदुआ की मौत हो गई थी. इस मामले में जांच कमिटी बनाई गई थी, जिसकी रिपोर्ट आने के बाद जू के निदेशक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. सहायक वन संरक्षक अमित कुमार चौधरी के बयान पर मुकदमा दर्ज किया गया है.

नर तेंदुआ (मिथुन) की मौत मामले में वन विभाग की टीम ने चाईबासा डीएफओ डॉ सत्यम कुमार के नेतृत्व में जांच की थी. इसमें जू प्रबंधन की लापरवाही को तेंदुए की मौत का कारण माना गया. बाढ़ की सूचना के बावजूद भी जू प्रबंधन ने तेंदुआ को शिफ्ट नहीं किया था. जू प्रबंधन जानता था कि तेंदुआ लंगड़ा रहा था, इसके बावजूद भी उसे बाड़े में ही छोड़ दिया गया, इसके चलते तेंदुआ की मौत पानी में डूबने से हो गई थी.जू में बाढ़ आई तो तेंदुए को सुरक्षित निकालने की कोशिश भी नहीं की गई, इसके चलते तेंदुए की डूबने से मौत हो गई है. निदेशक पर वाइल्ड लाइफ एक्ट 1972 की धारा 9, 39, 51 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. नर तेंदुए की मौत के बाद वन विभाग की टीम ने टाटा जू की जांच की थी जिसमें लापरवाही की बात सामने आई थी.

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