रायपुर में गणेश उत्सव के पंडाल मे दिखेगी चंद्रमिशन की झलक
Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH रायपुर के कालीबाड़ी में इस बार चंद्रयान-3 के जैसा 120 फीट ऊंचा और 70 फीट चौड़ाई का पंडाल बनाया जा रहा है. आकर्षक झांकी बनाने में कोलकाता से कारीगर आए हुए हैं. वहीं कोलकाता के 30 कारीगर इस काम में दिन-रात जुटे हुए है. बच्चों ही नहीं बड़ों को भी गणेश चतुर्थी का बेसब्री से इंतजार रहता है. छत्तीसगढ़ में इस बार गणेश चतुर्थी बेहद खास होने वाला है. चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर भारत की ऐतिहासिक उपलब्धि का असर राजधानी रायपुर में गणेशोत्सव के लिए बन रहे पंडालों में दिखाई दे रहा है. दरअसल इस बार 120 फीट ऊंचे चंद्रयान-3 के पंडाल में गणपति जी विराजमान होंगे. इस पंडाल को कोलकाता के कलाकार तैयार कर रहे हैं. छत्तीसगढ़ का यह सबसे बड़ा पंडाल चंद्रयान-3 के रूप में होगा.
इस साल गणेश उत्सव 19 सितंबर को गणेश चतुर्थी से शुरू होगा. गणेश उत्सव को लेकर राजधानी में कई बड़ी गणेश उत्सव समितियां विशेष थीम आधारित बड़े-बड़े पंडाल तैयार करवा रही हैं. कालीबाड़ी में इस बार चंद्रयान-3 के जैसा 120 फीट ऊंचा और 70 फीट चौड़ाई का पंडाल बनाया जा रहा है. आकर्षक झांकी बनाने में कोलकाता से कारीगर आए हुए हैं. वहीं कोलकाता के 30 कारीगर इस काम में दिन-रात जुटे हुए है.
रायपुर के गणेश उत्सव का यह पंडाल चंद्रयान 3 के मॉडल को आधार बनाकर तैयार किया जा रहा है. यह पंडाला कालीबाड़ी में स्थित है. यहां के गणेश उत्सव समिति और कारीगर चंद्रयान की थीम पर काम कर रहे हैं. चंद्रयान के मॉडल पर बनाया जा रहा यह पंडाल 120 फीट ऊंचा और 70 फीट चौड़ा है. रॉकेट की शक्ल में इस पंडाल को तैयार किया जा रहा है. जो बिल्कुल चंद्रयान तीन से मेल खाता है. इस आकर्षक पंडाल को बनाने में कोलकाता के तीस कारीगर दिन रात काम कर रहे हैं. पूरा पंडाल बांस से बनाया जा रहा है.”इसमें हजारों बांस का इस्तेमाल किया गया है और इसके अलावा प्लाइवुड का भी इस्तेमाल किया जा रहा है. हम इसे पूरा करके सौंप देंगे. समिति दो दिन पहले गणेश प्रतिमा की स्थापना करेगी. यह भव्य और आकर्षक पंडाल होगा. जिसकी चर्चा पूरे छत्तीसगढ़ में होगी.चंद्रयान-3 पंडाल में भगवान श्री गणपति जी की मूर्ति स्थापित की जानी है.मूर्ति की ऊंचाई 17 फीट होगी और चौड़ाई 26 फीट होगी. इस पंडाल के अंदर नौ ग्रहों का स्वरूप दिया जाएगा. इसमें एक आकर्षक झांकी की प्रस्तुति भी होगी. जिसमें चांद पर तिरंगा लहराते दिखेगा”-पंडाल के कारीगर