जहाँ चाह है वहाँ राह है — ADHR ने लॉक डाउन में कर दिखया शानदार काम , सलाम है इनके जज्बे को
रिपोर्ट मनप्रीत सिंह
रायपुर छत्तीसगढ़ विशेष : ADHR सस्था को परिचय की कोई जरुरत नहीं है , ये सस्था अपने आप में सम्पूर्ण समाज सेवा कार्य करने में अग्रसर है एक तरफ कोरोना के चलते जहा कोई घर से निकलना नहीं चहा रहा , वहा इस सस्था के सदस्यगण अपनी निरंतर सेवा भाव से समाज में भलाई ले लिए अग्रसर है छत्तीसगढ विशेष सलाम करता है ऐसी सस्था को और उनके सदस्यगणों को जो अपना ध्यान न रखते हुए समाज सेवा में अग्रसर है इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए हम बताना चायेगे की अचानक कल 3:30 बजे सीईओ गौरव सिंह सर एवं नोडल अधिकारी श्री आशीष मिश्रा सर के साथ मैं कच्चा राशन वितरण संबंधित बात कर रहे था । उसी समय कलेक्टर डॉ एस. भारतीदासन सर का गौरव सर पास फ़ोन आया एवं कुष्ठ रोगियों को विशेष राहत पैकेट भेजने का निर्देश दिया।
गौरव सर ने तुरंत सस्था के सदस्य पंकज चोपड़ा जी से पूछा कि यह काम आपकी संस्था कर सकती है क्या? तो उनके ज़बान से ना जाने कैसे तुरंत निकल पड़ा क्यों नही , फिर क्या था गौरव सर ने छत्तीसगढ़ कुष्ठ महासंघ के अध्यक्ष श्री घासीराम जी भोई का कांटेक्ट नंबर ले कर तुरंत बात की एवं उनसे जरूरत के सामान की लिस्ट मंगवाई। साथ ही जरुरतमंदो की भी लिस्ट बनाने बोला। उन्होंने 15 मिनट में लिस्ट भेज दी।
भोई जी द्वारा दी दी गई लिस्ट में काफी सामान ऐसे थे जो हमारे पास स्टॉक में नही था। गौरव सर को लिस्ट बताने पर उन्होंने बाकी सामान 1 घंटे में ही दिलवाने के भरोसा दिलवाया। इस बीच शाम 4 बज गए और मैंने अपने संस्था के सदस्यों को कॉल कर के तुरंत आने का निवेदन किया और शाम 4:20 बजे तक विकास जी पटवा, शिल्पा जी नाहर, पंकज जी कुकरेजा, अतुल जी अग्रवाल, विवेक जी साहू, नरेंद्र जी गोस्वामी, प्रशांत जी, प्रेम जी एवं अन्य साथी गण कंट्रोल रूम पहुच गए।
इस बीच भोई जी को भी कंट्रोल रूम आने कहा पर पता चला कि उनकी गाड़ी में पेट्रोल खत्म हो गया है। आशीष मिश्रा सर को यह बात बताने पर भोई जी को कंट्रोल रूम से एक व्यक्ति को तुरंत लेने भेज गया। प्रशासन की यह तत्परता देखने एवं इस आपदा के समय उनकी कार्यशैली को समझने के लिए पर्याप्त थी।
भोई जी से बात कर जरूरतमंदों की लिस्ट मंगवाना, उनकी जरूरत की सामान की लिस्ट बनवा कर मंगवाना, जरूरत के सामान को एक जगह इकट्ठा करना एवं उसको पैक कर के स्पेशल राहत पैकेट बनवाना और उसे वितरित करना वह भी मात्र 6-7 घंटे में यह सब सोचने में असंभव लग रहा था। काफी लोगो ने कहा कि कल कर लेंगे (क्योंकि विशेष राहत पैकेट बनाने में काफी वक्त लगता, पैकिंग वाले हमारे कार्यकर्ता रोज की तरह 3 बजे जा चुके थे एवं कई अन्य कठिनाई सामने थी)।
पर जब सब को पता चला कि मैंने गौरव सर को हामी भर दी है तो सभी तुरंत अपने अपने काम पर लग गए।
5 बजे तक गौरव सर ने वादे के मुताबिक जो सामान हमारे पास नही था हमे दिलवा दिया। सभी सामान मिलने के बाद केदार पटेल सर की मदद से शाम 6 बजे तक भोई जी के बताए अनुसार (अति जरूरतमंद 60 परिवार को) राहत पैकेट प्रशासन के साथ हमारे साथियो ने तैयार कर लिया एवं रात 8 बजे तक मोवा बस्ती में हमारी संस्था के सदस्यों ने राहत पैकेट वितरण का कार्य खत्म भी कर लिया। यह सब कार्य हमने ऊपर वाले एवं आप सब के आशीर्वाद से एवं उपरोक्त सभी लोगो के सहयोग से मात्र 4:30 घंटे में कर दिया गया।आज भी शाम 4 बजे तक पंडरी एवं विज्ञान भवन के पीछे 2 बस्ती में 115 विशेष राहत पैकेट वितरित कर दिए गए।
गौरव सर, आशीष सर, केदार सर को स्पेशल राहत पैकेट तैयार करने के लिए, गाड़ी द्वारा राहत पैकेट गंतव्य स्थान पर छुड़वाने के लिए, हमारी संस्था के तमाम सदस्य जो मात्र 20 मिनट में कंट्रोल रूम पहुच गए एवं सभी प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष सहयोगी गण जिहोने इस कार्य को करने में हमारी मदद की आप सभी को हृदय से आभार एवं साधुवाद । आप सभी को भी इस मानव कार्य मे अमूल्य सहयोग देने के लिए हृदय से आभार एवं साधुवाद
उपरोक्त सुचना हमें पंकज चोपड़ा जी ,प्रदेश अध्यक्ष , एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक ह्यूमन राइट्स , छत्तीसगढ़ से प्राप्त हुई एवं छत्तीसगढ़ विशेष एवं उनकी टीम तहे दिल से आभार व्यक्त करता है ऐसी सस्थानो का जो अपना व्यक्तिगत कीमती समय ओरो की सेवा में देते है