लॉकडाउन में दूल्हा-दुल्हन ने लिए अनोखे तरीके से फेरे — निभाई शादी की रस्म
रिपोर्ट मनप्रीत सिंह
रायपुर छत्तीसगढ़ विशेष : मुजफ्फरनगर, कोरोना वायरस संक्रमण के चलते पूरे देश में लॉकडाउन है। देश के साथ विदेशों में महत्वपूर्ण आयोजन रद्द कर दिए गए हैं। देश में आवागमन की सभी सुविधाएं बंद हैं। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर एक अनोखी शादी चर्चा का केंद्र बनी हुई है। यहां एक युवक ने अनोखे तरीके से शादी की रस्म निभाई है। दूल्हे ने दुल्हन के साथ सड़क पर स्थित एक चौक की परिक्रमा कर विवाह संपन्न किया । इस दौरान केवल युवक और युवती और पांच सगे संबंधी ही मौजूद थे। दोनों युवक-युवतियों के इस विवाह में न तो पंडित थे और न ही अग्नि की वेदी थी। जानकारी के मुताबिक, दूल्हा बना युवक शादी के लिए दिल्ली से मुजफ्फरनगर आया था। उसने आनंदपुरी की प्रीति के साथ शिवचौक चौराहे के सात फेरे ले लिए। प्रशासनिक अधिकारी भी यहां पहुंच गए जिनके कहने पर दी करने के बाद दूल्हा और दुल्हन को सेनेटाइज चैंबर से होकर गुजरना पड़ा। इसके बाद दोनों दिल्ली के लिए रवाना हो गए।
जानकारी के मुताबिक, दिल्ली निवासी दूल्हा का नाम कुलदीप सोलंकी है. उसकी शादी की तिथि 17 अप्रैल को काफी समय पहले ही तय हो चुकी थी। लॉकडाउन होने की वजह से दोनों की शादी में समस्या आ रही थी। ऐसे में दूल्हे ने दिल्ली प्रशासन से शादी करने की अनुमति ली और 6 लोगों के साथ अलग-अलग दो गाड़ियों में बैठकर मुजफ्फरनगर के लिए रवाना हो गया। गुरुवार को शादी की रस्में अदा करने के बाद रात को ही दूल्हा अपनी दुल्हन को लेकर शहर के शिवचौक पहुंच गया।
शिवचौक चौराहे पर दुल्हन व दूल्हे को सजा धजा देख पुलिस अलर्ट हो गई। कोई कुछ समझता इससे पहले ही दुल्हन के साथ दूल्हे ने भगवान आशुतोष की सात बार परिक्रमा कर शादी की। उसके बाद में नवविवाहित जोड़ा सेनेटाइज चैंबर से होकर गुजरा.। बारात में आए अन्य 5 लोग भी चैंबर से सेनेटाइज होकर बाहर निकले.। दूल्हे ने जनपद पुलिस को बताया कि वह दिल्ली पुलिस से अनुमति लेकर मुजफ्फरनगर पहुंचा है। फिर, वह दुल्हन को लेकर वापस दिल्ली के लिए रवाना हो गया।