लॉकडाउन में गरीबों के सस्ते चावल को बना लिया नोट छापने का जरिया, पीडीएस चावल की कालाबाजारी करने वाला व्यापारी गिरफ्तार

रिपोर्ट मनप्रीत सिंग

रायपुर छत्तीसगढ विशेष : पुलिस ने अनाज लाइन से पीडीएस का 61 बोरी चावल जब्त किया है। दबिश के समय सेठी ट्रेडर्स के संचालक पीडीएस के चावल को दुकान से कहीं और भिजवा रहा था।  शासकीय उचित मूल्य की (PDS Ration) दुकान के चावल की कालाबाजारी का सिलसिला थम नहीं रहा है। शनिवार को पुलिस ने अनाज लाइन से पीडीएस का 61 बोरी चावल जब्त किया है। दबिश के समय सेठी ट्रेडर्स के संचालक पीडीएस के चावल को दुकान से कहीं और भिजवा रहा था। इस मामले में पुलिस ने अजय जैन (45) को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के मुताबिक अनाज लाइन स्थित सेठी ट्रेडर्स से ऑटो में पीडीएस का चावल लोड करने की सूचना मिली थी। इसी सूचना के आधार पर सीएसपी विवेक शुक्ला व टीआई राजेश बागड़े ने दोपहर 2 बजे दबिश दी। ऑटो में लोड चावल की जांच की गई तो पूरा मामला सामने आया। अनाज व्यापारी अजय जैन ने कहा कि वह चावल को अपने घर पहुंचा रहा था। उसने सीधे उचित मूल्य की दुकान से चावल को नहीं खरीदा है, बल्की हितग्राही स्वयं चांवल को बेच कर गए है। बहरहाल इस मामले में पुलिस ने आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया है।

चावल का पैकेट बदल दिया था
राशन दुकान समेत अन्य जरूरत के लिए कस्टम मिलिंग करवाता है। राइस मिलर्स धान की मिलिंग कर चावल को नागरिक आपूर्ति निगम में जमा करते है। जहां से चावल की पैंकिंग कर उचित मूल्य की दुकानों में आवंटन किया जाता है। अनाज व्यापारी ने सरकारी चावल के पैकिंग को बदल दिया था। उसे सामान्य बोरी में भरा था। पता चला है कि कई अनाज व्यापारियों ने घरों में पैकिंग मशीन रखा है। जिसे तत्काल पैकेट बदलकर नया पैकेट तैयार किया जाता है।

चल रहा है नया खेल अनाज के बदले सामान
लॉकडाउन की वजह से सरकार गरीबों को तीन माह का चावल एडवांस में दे रही है। वहीं एपीएल कार्डधारियों को दस रुपए किलो में सरकार चावल दे रही है। बताया जाता है कि अनाज व्यापारी इस अनाज को 13 रुपए किलो के भाव से खरीद रहे हैं। इस अनाज के बदले अन्य सूखा सामान जैसे शक्कर, चायपत्ती, हल्दी, धनिया नमक, साबुन, निरमा व तेल जैसे सामान दे रहे हैं।

ऑटो से होती है ढुलाई
बताया जाता है कि चावल को अनाज दुकान में पहले स्टोर किया जाता है। इसके बाद चावल को गोदाम व घर में पैकिंग के लिए भेजा जाता है। यह काम अनाज लाइन में खुलेआम होता है। दरअसल किसी को यह पता नहीं चलता कि अनाज की बोरी में पीडीएस का चावल है। लोग यह समझते है कि सूखा अनाज का परिवहन किया जा रहा है।

साल पहले भी 2 मामले
10 फरवरी को 23 लाख का चावल जब्त
जेवरा पुलिस ने 10 फरवरी को चिखली में दबिश देकर चावल लदे ट्रक को पकड़ा था। जब्त चावल 250 कट्टा था। जिसे भिलाई के अनाज व्यापारी श्रीपाल जैन का बताया गया था। अनाज व्यापारी ट्रक बुक कराकर चावल को गोदिया भेज रहा था। इस मामले की जांच ठंडे बस्ते में है। तब पुलिस ने खुलासा किया था कि जब्त चावल 23 लाख का है। 
इस मामले में पुलिस ने 6 लोगों को आरोपी बनाया था। जब्त चावल की कीमत 18 लाख बताया गया था। चावल को ट्रक से गोदिया महाराष्ट्र भेजा जा रहा था।

सीएसपी दुर्ग विवेश शुक्ला ने बताया कि उचित मूल्य की दुकान से मिलने वाला चावल को खुले बाजार में न खरीदना है और न बेचना है। व्यापारी उस चावल को पॉलिस करने के बाद भी नहीं बेच सकता। सेठी ब्रदर्स से 23 क्ंिवटल चावल जब्त किया गया है। आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत कार्रवाही की जा रही है।

21 फरवरी 18 लाख का चावल जब्त: पुलिस ने 21 फरवरी को मेसर्स खण्डेलवाल के गोदाम में दबिश देकर बड़ा खुलासा किया था। दो अलग अलग स्थानों से चावल जब्त किया गया। ट्रक में लदे 25 टन और ऑटो से 16 कट्टा चावल बरामद किया गया।

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