कोरोना वायरस की दहशत के बीच आया चौकाने वाला दावा — माउथवॉश से कुल्ला करने पर कोरोना का खतरा होगा कम
रिपोर्ट मनप्रीत सिंह
रायपुर छत्तीसगढ़ विशेष : बर्लिन , कोरोना वायरस की दहशत के बीच एक अध्ययन में दावा किया गया है कि कोरोना वायरस को बाजार में उपलब्ध माउथवॉश के इस्तेमाल से निष्क्रिय किया जा सकता है। हालांकि, यह पद्धति कोरोना संक्रमण से बचाव और उपचार में समक्ष नहीं है।जर्मनी के रुह्र यूनिवर्सिटी बोचम के अनुसंधानकर्ताओं के मुताबिक कोविड-19 के कुछ मरीजों के गले और मुंह में वायरस के कण या वायरल लोड की अत्यधिक मात्रा देखने को मिल सकती है। उनका मानना है कि अध्ययन के परिणाम संक्रमण के इस तरीके के जोखिम को घटाने में मदद कर सकते हैं और संभवत, दंत चिकित्सा के लिए प्रोटोकॉल विकसित करने में मददगार हो सकते हैं। जर्नल ऑफ इंफेक्शस डिजीजेज में प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक इन उत्पादों से कुल्ला करने से मुंह और गले में मौजूद वायरल कण घट सकते हैं और संभवत। कुछ समय के लिए कोविड-19 के प्रसार के जोखिम को कम कर सकते हैं।अध्ययन में आगाह किया गया है कि माउथवॉश कोरोना संक्रमण के इलाज के लिए उपर्युक्त नहीं हैं और न ही ये कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाते हैं। अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि परिणाम, उस विचार का समर्थन करते हैं कि कुल्ला करने से लार में वायरस के कण घटते हैं और इससे सार्स-सीओवी-2 का प्रसार घट सकता है। यह अध्ययन हुआ है।