मोतियाबिंद शिविर मे 48 मरीजों का हुआ सफल ऑपरेशन
मोतियाबिंद शिविर मे 48 मरीजों का हुआ सफल ऑपरेशन
*आंखों को मिली नई रोशनी*
शिविर में 970 मरीजों का अब तक सफल सर्जरी किया गया
Raipur chhattisgarh VISHESH जशपुर 6 अक्टूबर 24/ मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने जिले में मोतियाबिंद शिविर लगाकर मरीजों का बेहतर ईलाज करने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिए हैं। इसी कड़ी में मोतियाबिंद मुक्त अभियान के अंतर्गत विगत दिवस डाक्टरों की टीम ने जिला अस्पताल में 48 मोतियाबिंद मरीजों का सफल ऑपरेशन किया।
जिला चिकित्सालय जशपुर में 26 तथा सिविल अस्पताल पत्थलगांव में 22 मरीजों का सफलता पूर्वक सर्जरी विजिटिंग सर्जन डॉ. मधुरीमा पैंकरा, कोरिया जिला एवं डॉ रजत टोप्पो तथा डॉ अनिता मिंज के द्वारा किया गया ।
कलेक्टर डॉ रवि मित्तल के निर्देशानुसार एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी के मार्गदर्शन में मोतियाबिंद सर्जरी का आयोजन प्रत्येक सप्ताह विजिटिंग एवं स्थानीय सर्जन के द्वारा नियमित रूप से किया जा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार आगामी शनिवार दिनांक 8 अक्टूबर 24 को सिविल अस्पताल पत्थलगांव मे मोतियाबिंद ऑपरेशन शिविर का आयोजन किया जाएगा । मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. घनश्याम सिंह जात्रा ने बताया की इस अभियान के तहत जिला चिकित्सालय एवं सिविल अस्पताल पत्थलगांव मे मोतियाबिंद सर्जरी हो रहा है जिसमें पात्र मरीजों का सफल सर्जरी किया जा रहा है ।
इस अभियान में अब तक इस वित्तीय वर्ष मे 970 मरीजों का निः शुल्क ऑपरेशन किया जा चुका है। जिसमे मरीजों को निःशुल्क परिवहन,भोजन तथा सर्जरी की सुविधा प्रदाय किया जा रहा है। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए निर्धारित दिवसों मे अधिक से अधिक शिविर का लाभ उठाने के लिए कहा है।
मोतियाबिंद सर्जरी संबंधित जानकारी के लिए जिला नोडल अधिकारी तथा जिला प्रभारी सलाहकार का हेल्प लाइन नम्बर 9131318933,और 9340797400 पर शिविर की तिथि आदि की जानकारी हेतु सम्पर्क किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त विकासखंड चिकित्सा अधिकारी तथा नेत्र सहायक अधिकारियों से भी सम्पर्क किया जा सकता है। इस मोतियाबिंद मुक्त अभियान में नोडल अधिकारी डॉ. आर.एस. पैंकरा , जिला सलाहकार श्री सत्येंद्र यादव, श्री खुले प्रसाद यादव एवं विकासखंड से समस्त बी एम ओ, समस्त नेत्र सहायक अधिकारी, समस्त विकास खंड नोडल अधिकारी,नेत्र विभाग के कर्मचारी तथा सभी मितानिन बहनों का अहम एवं सराहनीय योगदान रहा है ।