प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रयास के बच्चों की भागीदारी को बढ़ाने पर दें विशेष जोर : मंत्री श्री रामविचार नेताम
गरीब और कमजोर वर्ग के बच्चों के विकास के लिए संवेदनशीलता के साथ किया जाए कार्य
शिक्षा का बेहतर वातावरण बनाकर खेल कूद और सांस्कृतिक गतिविधियों में भी बच्चों को जोड़ा जाए
आश्रम-छात्रावासों में सुरक्षा गार्ड होंगे तैनात
छात्रावास के किचन, बेडरूम और बाथरूम हो स्वच्छ
निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण और समय-सीमा में पूरा करने के निर्देश
रायपुर, 12 जून 2024
Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH : आदिम जाति, अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग तथा अल्प संख्यक विकास मंत्री श्री रामविचार नेताम ने कहा कि छत्तीसगढ़ के गरीब और कमजोर तबकों के बच्चों के विकास को दृष्टिगत रखते हुए प्रयास आवासीय विद्यालय को शुरू किया गया है। हर हाल में प्रयास के मूल उद्देश्य को पूरा किया जाना सुनिश्चित हो। उन्होंने कहा कि प्रयास विद्यालयों में छात्र-छात्राओं को प्रमुख रूप से प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल बनाना होता है। अतः संवेदनशीलता के साथ प्रयास के बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं में भागीदारी बढ़ाने पर जोर दिया जाए। उन्होंने कहा कि स्कूल और छात्रावास में शिक्षा के लिए बेहतर वातावरण तैयार करने के साथ-साथ किचन, बेडरूम और बाथरूम को भी स्वच्छ रखा जाए। उन्होंने अपूर्ण अधोसंरचना कार्य समय-सीमा और गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूरा करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। मंत्री श्री नेताम आज मंत्रालय महानदी भवन में प्रयास आवासीय विद्यालयों के प्रगति और एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों के संचालक समिति के प्रगति की समीक्षा के दौरान उक्त बातें कही।
मंत्री श्री नेताम ने कहा कि प्रयास आवासीय विद्यालय के बच्चों को बेहतर सुविधाएं देने के साथ ही शिक्षा का अच्छा वातावरण बनाने, खेल कूद और सांस्कृतिक गतिविधियों में भी जोड़ने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रयास विद्यालयों में बच्चों का चयन प्रदेश स्तर पर आयोजित परीक्षा के माध्यम से होता है इसलिए इनका बौद्धिक स्तर अन्य बच्चों की तुलना में अच्छा है, परन्तु इसके बावजूद प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता का प्रतिशत संतोषजनक नहीं है। अतः इस तरफ विशेष रूप से ध्यान देने की जरूरत है। बच्चों की पढ़ाई से कोई समझौता नहीं होना चाहिए। यदि विद्यालय में विषय विशेषज्ञ पर्याप्त संख्या में नहीं हैं. तो नियमानुसार अतिथि शिक्षकों को नियुक्त किया जाए, ताकि परीक्षा परिणाम और बेहतर लाया जा सके।
मंत्री श्री नेताम ने समीक्षा बैठक में कहा कि प्रयास विद्यालयों का हर महीने निरीक्षण होना चाहिए। इसके लिए मुख्यालय स्तर से अधिकारियों की डयूटी लगाकर चेकलिस्ट के अनुसार विद्यालय का निरीक्षण किया जाए, ताकि जो भी कमी परिलक्षित हो उसे सुधारा जा सके। प्रत्येक विद्यालय में भोजन कक्ष स्वच्छ होना चाहिए, शौचालय स्वच्छ होना चाहिए। इसके अलावा क्लासरूम, बच्चों का शयनकक्ष तथा विद्यालय के भीतर एवं बाहरी परिसर में साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखा जाना चाहिए। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवाने हेतु नियुक्त कोचिंग संस्था से सभी नॉर्म्स का पूरी कड़ाई से पालन करवाया जाना चाहिए, तभी ज्यादा से ज्यादा बचचों का चयन संभव हो सके।
मंत्री श्री नेताम ने एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय संचालक समिति की बैठक में कहा कि नवोदय विद्यालय की तर्ज पर एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय को भी विकसित किया जाए। विद्यालय में मानव संसाधन की कमी को शीघ्र पूर्ण लिया जाए। एकलव्य विद्यालयों में शत-प्रतिशत सीट भरने का प्रयास किया जाए। उन्होंने कहा कि विद्यालयों में विशेषकर कन्या विद्यालयों में सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ हो। होम गार्ड के जवानों के साथ-साथ मानक सुरक्षा एजेंसियों का भी सेवा नियमानुसार लिया जाना चाहिए। मंत्री श्री नेताम ने कहा कि बच्चों के अच्छे पढ़ाई-लिखाई के साथ-साथ खेल कूद व अन्य सांस्कृतिक गतिविधियों से जोड़ा जाए। संचालक समिति ने बैठक के दौरान प्रदेश के पांच स्थानों सरगुजा जिले के मैनपाट, धमतरी जिले के पथरीडीह, सूरजपुर के शिवप्रसाद नगर, नारायणपुर जिले के ओरछा और बीजापुर जिले के भैरमगढ़ में तीरंदाजी प्रशिक्षण केन्द्र खोलने का भी निर्णय लिया। उन्होंने बैठक में बच्चों के कैरियर काउंसलिंग कराने पर भी बल दिया।
बैठक को संबोधित करते हुए विभाग के प्रमुख सचिव श्री सोनमणि बोरा ने कहा कि प्रत्येक विद्यालय में अच्छी कंप्यूटर लैब, रसायन-भौतिकी लैब एवं एक अच्छी लायब्रेरी की व्यवस्था किया जाए। उन्होंने बच्चों को प्रतिदिन के शेडयूल के अनुसार अध्ययन कराने पर बल दिया गया।
बैठक में अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में प्रदेश में कुल 14 प्रयास आवासीय विद्यालय संचालित हैं जो जिला रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, सरगुजा, बस्तर, जशपुर, कोरबा, कांकेर तथा बालोद में स्थित हैं। वर्ष 2024-25 से जिला रायगढ़ में भी प्रयास आवासीय विद्यालय प्रारंभ किया जाना है। शिक्षण सत्र 2024-25 में प्रदेश में संचालित 14 प्रयास आवासीय विद्यालयों में कुल 5245 सीट स्वीकृत हैं, जिसपर प्रवेश की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है।
बैठक में प्रयास आवासीय विद्यालयों के 10वीं एवं 12वीं बोर्ड परीक्षाफल पर भी चर्चा की गई। विदित हो शिक्षण सत्र 2023-24 का प्रयास विद्यालयों का 10वीं बोर्ड का रिजल्ट 99.3 प्रतिशत एवं 12वीं बोर्ड का 97.22 प्रतिशत रहा है। अब तक प्रयास विद्यालयों के 116 विद्यार्थी आईआईटी व समकक्ष में, 328 एनआईटी व समकक्ष, 940 इंजीनियरिंग कॉलेज में एवं 52 विद्यार्थी एम.बी.बी. एस. के लिए चयनित हुए हैं।
बैठक को सचिव श्री नरेन्द्र कुमार दुग्गा ने भी संबोधित किया एवं आवश्यक जानकारी दी। बैठक में संचालक टीआरआई श्री पी.एस.एल्मा, वित्त नियंत्रक श्री आनंद तिवारी, कार्यपालन अभियंता श्री त्रिदीप चक्रवर्ती, अपर संचालक श्री संजय गौड़, श्री ए.आर.नवरंग, श्री आर.एस.भोई एवं उपायुक्त श्री प्रज्ञान सेठ सहित अन्य विभागीय अधिकारी भी उपस्थित थे।