83 गांवों में बी-1 वाचन थीम पर राजस्व शिविर का आयोजन
कलेक्टर श्री धर्मेश कुमार साहू की पहल : शिविर के दौरान किया गया सामूहिक मतदाता शपथ
सारंगढ़ बिलाईगढ़, अप्रैल 2024/कलेक्टर श्री धर्मेश कुमार साहू के निर्देश एवं अनुविभागीय अधिकारी राजस्व (एसडीएम) सारंगढ़ श्री वासु जैन के नेतृत्व में राजस्व मामलों में त्वरित निराकरण के लिए ‘‘बी-1 वाचन’’ थीम पर 5 अप्रैल 2024 को शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर के माध्यम से जिले के 83 गांवों में बी-1 वाचन का ग्रामीणों के मध्य पटवारी एवं राजस्व अमलों के माध्यम से सफलतापूर्वक किया गया। इसमें भूमि स्वामी के मृत्यु उपरांत उनके राजस्व रिकार्ड में नाम हटाने के लिए (फौती) 350 से अधिक प्रकरण प्राप्त किए। इसी प्रकार राजस्व कार्य संबंधी के अन्य आवेदन 500 से अधिक प्राप्त हुए। इस अभियान के दौरान 1400 नागरिकों ने मतदाता जागरूकता का सामूहिक शपथ लिया। इस अभियान से जिले के भूमि स्वामियों को उनके कई प्रकार के समस्या का समाधान और राजस्व मामलों में राजस्व प्रशासन का अमला उनके घर पहुंच सेवा प्रदान किया है।
भुइया कार्यक्रम छत्तीसगढ़ के द्वारा इसे डिजिटल रूप में उपलब्ध कराया गया है, लेकिन अधिकांश लोगों को इसकी जानकारी नहीं होने के कारण इसका लाभ नहीं ले पा रहे है, जिसके लिए कलेक्टर श्री साहू के निर्देश पर किए गए अभियान चलाकर इस शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का उद्देश्य था कि जिले के नागरिकों को उनकी राजस्व भूमि के संबंध में जानकारी मिले। उनका नाम, उनके भूमि रिकार्ड में है कि नहीं। इसका पता सावर्जनिक रूप से चौपाल के माध्यम से उनके गांव, मोहल्ला आदि में मिले। राजस्व अमला द्वारा एक दिवसीय शिविर के माध्यम से भूमि के खसरा नंबर, भूमि स्वामी का नाम, भूमि स्वामियों के संबंधियों का नाम आदि को पढ़कर उनको जानकारी दी गई और साथ ही किसी प्रकार का दावा-आपत्ति को निराकरण के लिए स्वीकार किया गया। वर्तमान में बी-1 खसरा (भुईंया डॉट सीजी डॉट एनआईसी डॉट इन) ऑनलाइन छत्तीसगढ़ राजस्व विभाग ने बी-1 खसरा ऑनलाइन चेक एवं डाउनलोड करने की सुविधा दिया है। बी-1 खसरा ऑनलाइन अपने मोबाइल या कंप्यूटर में भुईंया डॉट सीजी डॉट एनआईसी डॉट इन वेबसाइट से निकाल सकते हैं। डिजिटल हस्ताक्षरित खतौनी (बी1) डाउनलोड कर सकते हैं। खतौनी यानि बी-1 महत्वपूर्ण दस्तावेज है। इसे अधिकतर सरकारी कार्याे में उपयोग में लाया जाता है। राजस्व संबंधी या अन्य किसी मामले में यह बी-1 दस्तावेज किसान या भूमि स्वामी का ऑनलाइन रिकार्ड है, जिसे साक्ष्य के तौर पर प्रस्तुत किया जा सकता है। इस आयोजन के दौरान तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक, पटवारी, राजस्व सहयोगी, कोटवार के साथ-साथ स्थानीय स्तर पर बीएलओ, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन उपस्थित थे। जिला प्रशासन के सभी दलों के द्वारा मतदान के लिए प्रेरित किया गया।