लॉक डाउन पर विशेष : क्या 17 मई का इंतज़ार करना ठीक ….क्यों न हम सब अपने जीवन शैली में बदलाव लावे
रिपोर्ट मनप्रीत सिंग
रायपुर छत्तीसगढ़ विशेष : क्या 17 मई का इंतज़ार करना उचित ….क्यों ना हम सब अपने जीवन शैली में बदलाव लावे ।सरकार एक निश्चित समय तक ही lockdown रख सकती है धीरे-धीरे lockdown खत्म हो जाएगा। सरकार भी अब ज्यादा सख्ती नहीं दिखाएगी क्योंकि सरकार ने आपको कोरोना बीमारी के बारे में अवगत करा दिया है, सोशल डिस्टैंसिंग, हैण्ड सेनिटाइजेशन, मास्क बनाने व पहनने की विधि इत्यादि सब समझा दिया है। बीमार होने के बाद की स्थिति भी आप लोग देश में देख ही रहे है और हमारा मेडिकल सिस्टम कितना दुरुस्त है वो भी आपने देख ही लिया।
अब जो समझदार है वह आगे लंबे समय तक अपनी दिनचर्या, काम करने का तरीका समझ ले। सरकार 24 घंटे 365 दिन आपकी चौकीदारी नहीं करेगी। अब आपके एवं आपके परिवार का भविष्य आपके हाथ में है।लोकडॉउन खुलने के बाद सोच समझ कर घर से निकले एवं काम पर जाये… व नीयत नियमानुसार ही अपना कार्य करेl क्या लगता है आपको, 17 मई के बाद एकाएक कोरोना चला जायेगा और हम पहले की तरह जीवन जीने लगेंगे? नही, कदापि नही अभी इससे भी बुरा दौर आने वाला है। ये वायरस अब हमारे देश में जड़ें जमा चुका है, हमे इसके साथ रहना सीखना पड़ेगा।
हमे स्वयं इस वायरस से लड़ना पड़ेगा, अपनी जीवन शैली में बदलाव करके, अपनी इम्युनिटी स्ट्रांग करके। हमे सैकड़ों साल पुरानी जीवन शैली अपनानी पड़ेगी। शुद्ध आहार लें, शुद्ध मसाले खाएं। आंवला, एलोवेरा, गिलोय, काली मिर्च, लौंग आदि पर निर्भर हों, एन्टी बाइटिक्स के चंगुल से खुद को आज़ाद करें। अपने भोजन में पौष्टिक आहार की मात्रा बढ़ानी होगी, फ़ास्ट फ़ूड, पिज़्ज़ा , बर्गर, कोल्ड्रिंक को भूल जाएं।
अपने बर्तनों को बदलना होगा, अल्युमिनियम, स्टील आदि से हमे भारी बर्तन जैसे पीतल, कांसा, तांबा को अपनाना होगा जो प्राकर्तिक रूप से वायरस को खत्म करते हैं। अपने आहार में दूध, दही, घी की मात्रा बढ़ानी होगी। भूल जाइए जीभ का स्वाद, तला-भुना मसालेदार, होटल वाला कचरा। कम दूरी की यात्रा के दो पहिये या चार पहिये निजी वाहनों की जगह साइकिल का प्रयोग करें। कम से कम अगले 2 -3 साल तक तो ये करना ही पड़ेगा तभी हम-आप सरवाइव कर पाएंगे। जो नही बदले वो खत्म हो जाएंगे। इस बात को मानकर इन पर अमल करना शुरू कर दें।
!! जिंदगी आपकी फैसला आपका !!