PM ने टैक्स पयेर्स को धन्यवाद करते हुए ,प्रधानमंत्री अन्न योजना का विस्तार नवंबर तक किया , 80 करोड़ लोगों को मिलेगा मुफ्त राशन
रिपोर्ट मनप्रीत सिंह
रायपुर छत्तीसगढ़ विशेष : देश को आज संबोधित करते हुए कहा कि हम अनलॉक 2 में प्रवेश कर रहे हैं। लॉकडाउन के दौरान देश की सर्वोच्च प्राथमिकता ये थी कि हर गरीब के घर में चूल्हा जले, इसके लिए देश में सभी ने संयुक्त प्रयास किया। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत गरीबों के लिए पौने दो लाख का पैकेज दिया गया है। इस दौरान 9 करोड़ किसानों के बैंक खातों में 18 हजार करोड़ रूपए जमा किए गए।पीएम ने कहा आज गरीब को, ज़रूरतमंद को, सरकार अगर मुफ्त अनाज दे पा रही है तो इसका श्रेय दो वर्गों को जाता है। पहला- हमारे देश के मेहनती किसान, हमारे अन्नदाता और दूसरा- हमारे देश के ईमानदार टैक्सपेयर। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का विस्तार अब दीवाली, छठ पूजा तक यानि नवंबर महीने के आखिर तक कर दिया जाएगा। गरीब कल्याण अन्न योजना के इस विस्तार में 90 हजार करोड़ रु. से ज्यादा खर्च होंगे। अगर इसमें पिछले 3महीने का खर्च जोड़ दें तो ये करीब डेढ़ लाख करोड़ रु. हो जाता है।पीएम ने कहा कि एक तरह से देखें तो अमेरिका की कुल जनसंख्या से ढाई गुना अधिक लोगों को, ब्रिटेन की जनसंख्या से 12 गुना अधिक लोगों को और यूरोपियन यूनियन की आबादी से लगभग दोगुने से ज्यादा लोगों को हमारी सरकार ने मुफ्त अनाज दिया है। कोरोना से लड़ते हुए भारत में 80 करोड़ से ज्यादा लोगों को 3 महीने का राशन यानि परिवार के हर सदस्य को 5 किलो गेहूं या चावल मुफ्त दिया गया।
पीएम ने कहा कि लापरवाही बढ़ना चिंता का विषय है, कोरोना से लड़ते हुए 80 करोड़ से ज्यादा लोगों को तीन महीने का राशन मुफ्त दिया गया है। पीएम ने कहा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का विस्तार करने का फैसला लिया है, जिसके तहत अब नवंबर महीने तक 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन मिलेगा। पीएम ने कहा देश में वन नेशन वन राशनकार्ड योजना पर काम चल रहा है। जिससे कहीं भी गरीब अपना राशन उठा सकेगें।पीएम ने कहा आपने ईमानदारी से टैक्स भरा है। अपना दायित्व निभाया है इसलिए आज देश का गरीब, इतने बड़े संकट से मुकाबला कर पा रहा है। मैं आज हर गरीब के साथ, देश के हर किसान, हर टैक्सपेयर का ह्रदय से बहुत-बहुत अभिनंदन करता हूं । बीते तीन महीनों में 20 करोड़ गरीब परिवारों के जनधन खातों में सीधे 31 हजार करोड़ रुपए जमा करवाए गए हैं। इस दौरान 9 करोड़ से अधिक किसानों के बैंक खातों में 18 हजार करोड़ रुपए जमा हुए हैं। विशेषकर कन्टेनमेंट जोन्स पर हमें बहुत ध्यान देना होगा। जो भी लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं, हमें उन्हें टोकना होगा, रोकना होगा और समझाना भी होगा ।अगर कोरोना से होने वाली मृत्यु दर को देखें तो दुनिया के अनेक देशों की तुलना में भारत संभली हुई स्थिति में है। समय पर किए गए लॉकडाउन और अन्य फैसलों ने भारत में लाखों लोगों का जीवन बचाया है ।