छत्तीसगढ़ में नए सीएम की रेस मे बुधवार को 10 सांसदों ने इस्तीफा सौंपा
Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH छत्तीसगढ़ को जल्द ही नया सीएम मिल सकता है. दिल्ली में आलाकमान मंथन कर नए सीएम के नाम पर जल्द ही मुहर लगा सकता है. नए मुख्यमंत्री ऐलान करने पीएम मोदी और अमित शाह की बैठक जारी है। देर रात तक तीन राज्यों को नए सीएम मिल जाएंगे। बता दें कि आज दोपहर विधानसभा चुनाव जीते हुए 10 सांसदों ने इस्तीफ़ा दिया है। जिसमें केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर, प्रह्लाद पटेल, राकेश सिंह, उदय प्रताप और रीति पाठक, अरुण साव और गोमती साई, राज्यवर्धन सिंह राठौड़, दीया कुमारी और किरोड़ी लाल मीणा शामिल है।इसके लिए दो नाम सबसे आगे हैं. जिनमें एक वरिष्ठ भाजपा नेता और दूसरी आदिवासी महिला नेता हैं.
बीजेपी सूत्रों का कहना है कि राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में जल्द ही ऑब्जर्वर भी भेजे जाएंगे. बुधवार शाम या कल सुबह तक पर्यवेक्षक दिल्ली से जाएंगे. तीनों राज्यों में शनिवार और रविवार को विधायक दल की बैठक होगी. छत्तीसगढ़ भाजपा अध्यक्ष अरुण साव ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को सदन की सदस्यता से अपना इस्तीफा सौंप दिया। इनके अलावा इस्तीफा देने वालों में प्रहलाद पटेल और नरेंद्र तोमर केंद्रीय मंत्री हैं. वहीं, छत्तीसगढ़ से सांसद और केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह भी इस्तीफा देंगी. इस तरह, केंद्रीय कैबिनेट में तीन मंत्री कम हो जाएंगे. इसके अलावा, राजस्थान के सांसद बाबा बालकनाथ भी इस्तीफा देंगे. इस्तीफा देने वाले सांसदों की संख्या 12 बताई गई है.
पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद बीजेपी ने बुधवार को बड़ा फैसला लिया है. चुनाव में जो सांसद जीतकर आए हैं, उन्होंने संसद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. बुधवार को ऐसे 12 सांसदों ने इस्तीफा सौंप दिया है.
प्रदेश के नए मुख्यमंत्री की रेस मे डॉ रमन सिंह सबसे आगे
डॉ रमन सिंह : छत्तीसगढ़ में 15 साल तक शासन किया. वरिष्ठ और किसी भी मसले को शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाने में रमन सिंह का नाम सबसे आगे हैं. कई नामों के बीच भाजपा आलाकमान रमन सिंह के नाम पर एक बार जरूर मंथन कर सकता है.
अरुण साव : छत्तीसगढ़ सीएम की रेस में सबसे आगे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव चल रहे हैं. इस बात का अंदाजा इससे भी लगाया जा सकता है क्योंकि साव मंगलवार को आलाकमान से मिलने दिल्ली भी पहुंचे. वहां से लौटने के बाद अरुण साव ने सांसद के पद से इस्तीफा दे दिया है. साव की पहचान आरएसएस और भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में हैं. यही वजह है कि चुनाव से साल भर पहले तत्कालीन भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय को हटाकर अरुण साव को छत्तीसगढ़ में भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया.
गोमती सायः पत्थलगांव विधानसभा से चुनाव जीतकर गोमती साय का नाम सीएम रेस में आगे चल रहा है. गोमती साय रायगढ़ लोकसभा से सांसद है. हालांकि अब उन्होंने सांसद पद से इस्तीफा दे दिया है. इससे उनके छत्तीसगढ़ सीएम बनने की अटकलें तेज हो गई हैं.
रेणुका सिंह : रेणुका सिंह केंद्रीय मंत्री है. आदिवासी महिला होने के साथ तेज तर्रार नेता होने के कारण भाजपा ने भरतपुर सोनहत से उन्हें चुनाव में प्रत्याशी बनाया. रामानुजगंज की रहने वाली रेणुका सिंह को भरतुपर सोनहत से प्रत्याशी बनाने के बाद कांग्रेस ने बाहरी होने का जमकर प्रचार किया. बावजूद इसके रेणुका सिंह ने कांग्रेस प्रत्याशी गुलाब कमरो को 5000 से ज्यादा वोटों से हराया. आदिवासी और महिला सशक्तीकरण का नारा देने वाली भाजपा आदिवासी महिला को छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री बना सकती हैं.
लता उसेंडी : बस्तर संभाग में कोंडागांव की पूर्व विधायक और छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार में मंत्री रही लता उसेंडी भाजपा उपाध्यक्ष भी हैं. साफ और शांत छवि की नेता लता उसेंडी महिलाओं में ज्यादा लोकप्रिय हैं. कांग्रेस की लहर के बीच बस्तर संभाग की महिलाओं में बीजेपी का झंडा बुलंद किया. इस वजह से इस बार के चुनाव में भी भाजपा ने लता उसेंडी को मोहन मरकाम के खिलाफ चुनाव में खड़ा किया. लता उसेंडी ने मोहन मरकाम को 18 हजार से ज्यादा वोटों से हराया. सीएम रेस में लता उसेंडी का भी नाम है.
तीनों राज्यों में सीएम पद के लिए बीजेपी खेमे में कई नाम पर चल रहे। यहा तक कहा जा रहा कि इस बार नए चेहरों को मौका दिया जा सकता है। इन्ही कयासों के बीच संसद भवन परिसर पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी मीडियाकर्मियों ने सवाल पूछ लिया। संसद के शीतकालीन सत्र की कार्यवाही में शामिल होने के लिए संसद पहुंचे अमित शाह ने नए सीएम पर रिएक्ट किया। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के नए मुख्यमंत्री के नाम के बारे में पूछे गए सवाल का मुस्कुराते हुए जवाब दिया। उन्होंने बस इतना ही कहा कि अभी कुछ तय नहीं है। क्या इस सप्ताह में तय हो जाएगा के सवाल पर उन्होंने कहा कि कर ही देंगे, लेट क्यों करना।